महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में कुछ महिला लाभार्थियों ने राज्य सरकार की मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना से बाहर निकलने के लिए आवेदन किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग को 10 से 12 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें लाभार्थियों ने कहा है कि वे अब इस योजना का भत्ता प्राप्त नहीं करना चाहती हैं।
2024 के राज्य विधानसभा चुनावों से पहले शुरू की गई लाडकी बहिन योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की महिलाओं को ₹1,500 प्रति माह का भत्ता प्रदान करना है। इस योजना के तहत महाराष्ट्र में 2.43 करोड़ से अधिक लाभार्थी हैं, जिससे राज्य के खजाने पर हर महीने लगभग ₹3,700 करोड़ का बोझ पड़ता है।
अधिकारी ने बताया कि पिछले आठ दिनों में उन्हें ऐसी कई आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें महिलाओं ने यह दावा किया है कि वे पहले इस योजना के लिए पात्र थीं, लेकिन अब वे भत्ता नहीं प्राप्त करना चाहतीं। विभाग ने बताया कि वे इन आवेदन के अनुसार कार्य करेंगे और इन महिलाओं का भत्ता रोक दिया जाएगा।
इसके अलावा, इस योजना में फर्जी लाभार्थियों के मुद्दे को लेकर भी जांच की जा रही है। इस महीने की शुरुआत में राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा था कि योजना के तहत फर्जी लाभार्थियों से संबंधित शिकायतों की जांच की जाएगी। हालांकि, अधिकारी ने यह भी बताया कि लाभार्थियों के फॉर्म के सत्यापन को लेकर सरकार से उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है।
राज्य सरकार इस योजना को सही तरीके से लागू करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है और इसके तहत होने वाली किसी भी धोखाधड़ी या गलत लाभ का पता लगाने के लिए कार्रवाई की जा रही है।