केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत सेवा समाप्त करने वाले अग्निवीरों के लिए बड़ी राहत देते हुए उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) में 10% आरक्षण देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है।
इस योजना के तहत, 4 साल की सेवा पूरी करने वाले अग्निवीरों को इन केंद्रीय सुरक्षा बलों में सीधी भर्ती में 10% आरक्षण मिलेगा। इसके अलावा, उन्हें शारीरिक परीक्षा में भी छूट दी जाएगी।
यह योजना उन अग्निवीरों के लिए फायदेमंद होगी जो 4 साल बाद भी सेना में रहना चाहते हैं।
इस फैसले से हजारों अग्निवीरों को लाभ होगा और उन्हें देश की सेवा करने का एक और मौका मिलेगा।
इस योजना की मुख्य विशेषताएं:
- अग्निपथ योजना के तहत 4 साल की सेवा पूरी करने वाले अग्निवीरों को CISF, BSF, CRPF और NSG में 10% आरक्षण मिलेगा।
- उन्हें शारीरिक परीक्षा में भी छूट दी जाएगी।
- यह योजना 2022 में शुरू हुई अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले अग्निवीरों पर लागू होगी।
इस योजना के लाभ:
- यह योजना उन अग्निवीरों के लिए फायदेमंद होगी जो 4 साल बाद भी सेना में रहना चाहते हैं।
- इससे उन्हें देश की सेवा करने का एक और मौका मिलेगा।
- इससे रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
इस योजना को लेकर कुछ चिंताएं भी हैं:
- कुछ लोगों का कहना है कि 10% आरक्षण पर्याप्त नहीं है।
- कुछ का मानना है कि शारीरिक परीक्षा में छूट से सुरक्षा बलों के मानकों में गिरावट आ सकती है।
CISF का बयान:
CISF की महानिदेशक नीना सिंह ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्व अग्निवीरों की भर्ती के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस फैसले के तहत, CISF भी पूर्व अग्निवीरों की भर्ती की तैयारी कर रही है। सभी आने वाली भर्तियों में कांस्टेबलों के 10% पद अग्निवीरों के लिए आरक्षित होंगे।
BSF का बयान:
BSF के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने कहा कि इन पूर्व अग्निवीरों को चार साल का अनुभव होगा। वे पूरी तरह से अनुशासित और प्रशिक्षित होंगे, जिससे BSF को फायदा होगा। इन जवानों को कुछ समय के प्रशिक्षण के बाद सीमा पर तैनात किया जाएगा।
अग्निपथ योजना:
जून 2022 में केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना लागू की थी, जिसके तहत विभिन्न केंद्रीय एजेंसियां और विभाग पूर्व अग्निवीरों को भर्ती करने की योजना बना चुके हैं। इस योजना का लाभ सभी सुरक्षा बलों को मिलेगा क्योंकि उन्हें अनुशासित और प्रशिक्षित जवान मिलेंगे।
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