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$50 बिलियन का MMR निवेश: क्या मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र वैश्विक वित्तीय हब बनने के लिए तैयार है?

$50 बिलियन का MMR निवेश: क्या मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र वैश्विक वित्तीय हब बनने के लिए तैयार है?

मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र (MMR) को एक वैश्विक वित्तीय हब बनाने के लिए 50 बिलियन डॉलर का निवेश किया जा रहा है। हालाँकि, इस रिपोर्ट में उजागर किया गया है कि यह निवेश क्षेत्र की रहने लायकता और प्रतिभा को आकर्षित करने की दृष्टि से अपर्याप्त है। रिपोर्ट में आवश्यक बुनियादी सुविधाओं और नियोजन में सुधार की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया है ताकि MMR की आर्थिक वृद्धि और विकास सही दिशा में आगे बढ़ सके।


मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र का विकास: निवेश का वर्तमान परिदृश्य

मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र (MMR) के विकास के लिए हाल ही में एक महत्वपूर्ण मास्टर प्लान पेश किया गया, जिसमें इसे वैश्विक वित्तीय हब के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य है। इस योजना के अंतर्गत अगले सात सालों में क्षेत्र का जीडीपी ₹12 लाख करोड़ से बढ़ाकर ₹25 लाख करोड़ करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस योजना का अनावरण किया, जिसमें आर्थिक और शहरी विकास पर बल दिया गया है।

हालांकि, रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है कि जबकि $50 बिलियन की राशि विभिन्न बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं, जैसे कि सड़कों और मेट्रो लाइनों के लिए आवंटित की गई है, वहीं ALTAs (Amenities for Liveability and Talent Attraction) की योजना और निवेश पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया है। ALTAs वे सुविधाएं हैं जो किसी भी शहरी क्षेत्र में जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और वहां प्रतिभा को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।


ALTAs की अनदेखी: रहने लायकता और शहरी योजना की चुनौतियाँ

रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई जैसे महंगे शहर में, जहां किराये की दरें आय का 50% तक हो सकती हैं, क्षेत्रीय परिवहन, सस्ते आवास और अन्य जीवन यापन सुविधाओं में निवेश की कमी एक गंभीर मुद्दा है। MMR में आर्थिक और भौतिक मास्टर प्लानिंग की वर्तमान स्थिति की आलोचना की गई है, और यह सुझाव दिया गया है कि जल आपूर्ति, ठोस कचरा प्रबंधन, और क्षेत्रीय परिवहन के लिए व्यापक योजना की आवश्यकता है।

सस्ते आवास के मुद्दे पर, रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकांश नवागंतुक बाजार दरों पर निजी आवास या MHADA की संपत्तियों को वहन नहीं कर सकते, जिसके परिणामस्वरूप वे झुग्गियों में रहने को मजबूर होते हैं। इसलिए, सस्ते आवास को सिर्फ झुग्गी पुनर्वास तक सीमित न रखकर, इसे शहरी बुनियादी ढांचे के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में देखा जाना चाहिए। यह प्रतिभा को आकर्षित करने और बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है।


आर्थिक वृद्धि और महिला कार्यबल की भागीदारी की ज़रूरत

रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि MMR की FY12 से FY20 तक की आर्थिक वृद्धि 6.1% रही, जो राष्ट्रीय औसत 6.6% से कम थी। इसके अलावा, श्रम बल की भागीदारी दर 53.8% है, जो राज्य के औसत 57.9% और राष्ट्रीय औसत 55.2% से कम है। इसका मतलब यह है कि आर्थिक सुधार की दिशा में अभी भी काफी काम करने की आवश्यकता है।

रिपोर्ट ने विशेष रूप से महिला कार्यबल की भागीदारी को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है। इसमें शौचालयों की सफाई, सीसीटीवी कवरेज, देखभाल सुविधाएं और अंतिम मील सार्वजनिक परिवहन जैसी सुविधाओं के विकास की सिफारिश की गई है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं कार्यबल में शामिल हो सकें।


भविष्य की योजना: नए शहरी क्षेत्रों का विकास

रिपोर्ट में बताया गया है कि मौजूदा “ब्राउनफील्ड सिटी मास्टर-प्लानिंग” दृष्टिकोण पर्याप्त नहीं है। आने वाले दशक में नए मिनी-शहरों और शहरी क्लस्टरों का विकास किया जाना चाहिए। यह नई शहरी योजना पांच मुख्य सिद्धांतों पर आधारित होनी चाहिए, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाले मास्टर प्लानर द्वारा मिश्रित उपयोग वाले विकास को प्राथमिकता दी जाए, और कम से कम 40% क्षेत्र को सड़कों और खुले स्थानों के लिए समर्पित किया जाए। इसके अलावा, ग्रीन और सस्टेनेबल सिद्धांतों को भी ध्यान में रखते हुए इस योजना को लागू किया जाना चाहिए।

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