भारत के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रसारक भारतीय दूरदर्शन (DD) का नया लोगो विवादों के केंद्र में आ गया है। दूरदर्शन ने हाल ही में अपने लोगो से नीले और हरे रंगों की विदाई कर केसरिया रंग को अपना लिया है, जिससे सोशल मीडिया पर तूफान खड़ा हो गया है।
नेटिज़न्स दो खेमों में बंट गए हैं। एक ओर आलोचकों का कहना है कि यह बदलाव हिंदू राष्ट्रवाद को थोपने और सरकारी संस्थानों के ‘भगवाकरण’ का एक और उदाहरण है। वहीं दूसरा गुट लोगो में केसरिया रंग के इस्तेमाल को राष्ट्रीय ध्वज में मौजूद रंग होने के कारण देशभक्ति का प्रतीक मान रहा है।
सोशल मीडिया के युद्धक्षेत्र पर तीखी नोक-झोंक जारी है। ट्विटर, फेसबुक और अन्य प्लेटफॉर्म पर #DDLogo और #Saffronisation ट्रेंड कर रहे हैं। कुछ यूज़र्स सरकार पर निशाना साधते हुए दूरदर्शन को राजनीतिक प्रचार का माध्यम बनाने का आरोप लगा रहे हैं। अन्य यूज़र्स बदले हुए लोगो का समर्थन कर रहे हैं, उनके अनुसार केसरिया भारतीय गौरव, ऊर्जा और स्वाभिमान का प्रतीक है।
दूरदर्शन के अधिकारियों ने विवाद के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनके अनुसार नए लोगो के पीछे ‘आधुनिक और गतिशील भारत’ को प्रदर्शित करने की मंशा है और इसका किसी धर्म या राजनीतिक एजेंडे से कोई लेना-देना नहीं है।
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब देश में लोकसभा चुनाव नज़दीक हैं। बदलते सामाजिक-राजनीतिक माहौल में यह मुद्दा चुनाव परिणाम पर भी अपना असर डाल सकता है।