ChatGPT की खूब चर्चा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे बनाने वाली OpenAI कंपनी के CEO सैम ऑल्टमैन का कुछ और ही मानना है? उन्होंने एक इंटरव्यू में ChatGPT को सबसे ‘बेवकूफ’ AI चैटबॉट बता दिया। साथ ही, उन्होंने AI के भविष्य के बारे में भी कई बड़े खुलासे किए हैं।
सैम ऑल्टमैन ने ये सारी बातें हाल ही में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक खास कार्यक्रम के दौरान कहीं। ऑल्टमैन की कंपनी OpenAI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI पर काफी ज़ोर से काम कर रही है। इसी कंपनी ने ChatGPT जैसा कमाल का चैटबॉट बनाया है, जिसके पीछे की तकनीक का नाम GPT-4 है।
ChatGPT को क्यों बताया ‘बेवकूफ’? सैम ऑल्टमैन का कहना है कि ChatGPT यानी GPT-4 दरअसल काफी मामूली है। वो कहते हैं कि आने वाले वक्त में इससे कहीं ज़्यादा ताकतवर AI मॉडल आएंगे, और उनके सामने ChatGPT कुछ भी नहीं लगेगा! उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि हमें GPT-4 जैसा ‘बेवकूफ’ मॉडल फिर कभी इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा।
आने वाला है GPT-5 ऑल्टमैन ने बताया कि उनकी कंपनी GPT-5 नाम के नए AI मॉडल पर काम कर रही है, जो GPT-4 से भी कई गुना बेहतर होगा। हालांकि, अभी उन्होंने इसकी खासियत के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं दी है।
AI पर खर्च करेंगे अरबों रुपये ऑल्टमैन ने दावा किया है कि इस तरह के शक्तिशाली AI मॉडल बनाने के लिए वो बेशुमार पैसा खर्च करने को तैयार हैं। उनका मानना है कि AI के विकास में लगाया गया एक-एक पैसा समाज के लिए फायदेमंद होगा।
ऐसा लगता है कि सैम ऑल्टमैन को यकीन है कि आने वाले दिनों में AI टेक्नोलॉजी में बड़ी क्रांति आएगी। वो अगली पीढ़ी के AI मॉडल्स को लेकर काफी उत्साहित हैं। OpenAI जैसी कंपनियों की वजह से ही इंसानों का काम और भी आसान होने वाला है, लेकिन इसके कुछ खतरे भी हो सकते हैं – इस बारे में भी ऑल्टमैन ने चिंता जताई है।
ऑल्टमैन ने ये नहीं बताया कि GPT-3 जैसे मॉडल बनाने में कितना खर्चा आता है।
उन्होंने ज़ोर दिया कि AI को समाज के विकास के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।