गढ़चिरौली में पुलिस और नक्सलियों के बीच सोमवार को भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें दो महिला नक्सलियों समेत तीन नक्सली मारे गए। पुलिस को उनके पास से हथियार भी मिले हैं।
गढ़चिरौली, महाराष्ट्र का एक ऐसा जिला है जहां नक्सली गतिविधियां होती रहती हैं। पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि नक्सली अपने अभियान के तहत किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले थे, जिसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
कैसे हुई मुठभेड़?
पुलिस को सूचना मिली थी कि पेरिमिली दलम के कुछ नक्सली सदस्य भामरागढ़ तालुका के कटरांगट्टा गांव के पास जंगल में डेरा डाले हुए हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस की स्पेशल कमांडो टीम C-60 को तलाशी के लिए भेजा गया। लेकिन नक्सलियों ने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।
क्या-क्या बरामद हुआ?
मुठभेड़ वाली जगह से पुलिस को एक AK-47 राइफल, एक कार्बाइन, एक INSAS राइफल, नक्सली साहित्य और कुछ अन्य सामान भी मिला है।
कौन था मारा गया नक्सली कमांडर?
मारे गए नक्सलियों में से एक की पहचान पेरिमिली दलम के कमांडर वासु के रूप में हुई है। बाकी दो महिला नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
पुलिस की यह कार्रवाई नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। इससे नक्सलियों की गतिविधियों पर लगाम लग सकती है और इलाके में शांति बहाल हो सकती है।
नक्सली हर साल मार्च से जून के बीच TCOC (Tactical Counter Offensive Campaign) चलाते हैं, जिसके तहत वे सुरक्षा बलों पर हमला करते हैं। इस दौरान जंगलों में पेड़ों से पत्ते झड़ जाते हैं, जिससे नक्सलियों को छिपने में आसानी होती है। पुलिस की यह कार्रवाई इसी अभियान के दौरान की गई है।