मुंबई

IIT Bombay के छात्रों ने किया रामायण पर आपत्तिजनक नाटक, संस्थान ने की ये बड़ी कार्रवाई

IIT Bombay
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मुंबई के प्रसिद्ध IIT Bombay में हाल ही में एक विवाद सामने आया है। संस्थान ने मार्च में आयोजित वार्षिक कला महोत्सव के दौरान मंचित नाटक “रावण” में शामिल होने वाले कुछ छात्रों को भारी जुर्माना लगाया है।

ये नाटक कथित रूप से रामायण की एक अलग व्याख्या थी, जिसको लेकर कुछ छात्रों ने आपत्ति जताई थी। उनका आरोप था कि नाटक हिंदू धर्म का अपमान करता है और भगवान राम और सीता का उपहास उड़ाता है। इस विरोध के बाद IIT बॉम्बे की अनुशासन समिति ने मामले की जांच की और कुछ छात्रों को सजा सुनाई।

समाचार रिपोर्ट्स के अनुसार, जुर्माना राशि करीब 1.2 लाख रुपये से डेढ़ लाख रुपये तक है, जोकि लगभग एक सेमेस्टर की फीस के बराबर है। जुर्माने की राशि और सजा का निर्धारण कैसे किया गया है, इस बारे में IIT Bombay की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

रिपोर्ट्स बताती हैं कि जुर्माना लगाए गए छात्रों में कुछ स्नातक करने वाले छात्र भी शामिल हैं। इन छात्रों को अधिक जुर्माना लगाया गया है, वहीं अन्य छात्रों को कम जुर्माना और हॉस्टल से निकालने जैसी सजा सुनाई गई है। जुर्माना राशि को लेकर छात्र असंतुष्ट हैं और उनका कहना है कि वे संस्थान के साथ बातचीत कर मामले को सुलझा लेना चाहते थे, लेकिन उनकी इस कोशिश को उस वक्त झटका लगा जब जुर्माने का एक नोटिस सोशल मीडिया पर लीक हो गया।

छात्रों के एक वर्ग का कहना है कि ये नाटक वास्तव में रामायण की एक नारीवादी व्याख्या थी। नाटक में पात्रों के नाम और कहानी को बदला गया था। उनका दावा है कि नाटक देखने वाले दर्शकों या प्रतियोगिता के जजों ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी।

इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है। कुछ लोगों का मानना है कि संस्थान की कार्रवाई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ है, वहीं कुछ का कहना है कि धार्मिक भावनाओं का सम्मान भी जरूरी है। IIT Bombay की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उन्होंने छात्रों को दंडित करने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई। साथ ही ये भी स्पष्ट नहीं है कि भविष्य में इस तरह के नाटकों को लेकर क्या नीति अपनाई जाएगी।

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