भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने टी20 विश्व चैंपियन बनने के बाद टीम को दिए अपने विदाई भाषण में बताया कि अगर उन्हें एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में हार के बाद पद पर बने रहने का अनुरोध करते हुए कप्तान रोहित शर्मा का फोन नहीं आया होता, तो वह इस उपलब्धि का हिस्सा नहीं होते।
द्रविड़ का कार्यकाल एकदिवसीय विश्व कप के साथ समाप्त हो गया था। भारत लगातार 10 मैच जीतने के बाद फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गया था। हालांकि, कोचिंग स्टाफ को टी20 विश्व कप के अंत तक विस्तार मिला था। भारत ने द्रविड़ के मार्गदर्शन में अपना दूसरा टी20 विश्व कप जीता, लेकिन उन्होंने इस भूमिका में बने रहने के लिए फिर से आवेदन नहीं किया।
रोहित का अहम फोन कॉल: द्रविड़ ने बताया कि नवंबर में रोहित शर्मा ने उन्हें फोन किया और टीम के साथ जुड़े रहने का आग्रह किया। इस आग्रह के कारण ही वह कोच बने रहे। द्रविड़ ने अपने भाषण में रोहित का धन्यवाद करते हुए कहा, “रोहित, नवंबर में मुझे फोन करने और टीम के साथ जुड़े रहने के लिए कहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।”
खिलाड़ियों की प्रशंसा: द्रविड़ ने टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना की और उनसे इस उपलब्धि का जश्न मनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “आप सभी को ये पल याद होंगे। हम हमेशा कहते हैं, यह रनों के बारे में नहीं है, यह विकेटों के बारे में नहीं है, लेकिन आप इस तरह के पलों को याद रखते हैं, इसलिए आओ और इसका लुत्फ उठाओ।”
टीम की मेहनत: द्रविड़ ने टीम की संघर्ष और लचीलापन दिखाने की तारीफ की। उन्होंने कहा, “मैं आप लोगों पर बहुत गर्व करता हूं, जिस तरह से आपने वापसी की, जिस तरह से आपने संघर्ष किया, जिस तरह से हमने एक टीम के रूप में काम किया।”
परिवार का समर्थन: बीसीसीआई सचिव जय शाह की मौजूदगी में, द्रविड़ ने खिलाड़ियों के परिवारों के बलिदानों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “आपके माता-पिता, आपकी पत्नी, आपके बच्चों, आपके कोच, बहुत से लोगों ने बहुत सारे बलिदान किए हैं और इस पल में इस स्मृति का आनंद लेने के लिए आपके साथ बहुत मेहनत की है।”
कोचिंग स्टाफ की प्रशंसा: द्रविड़ ने निवर्तमान कोचिंग स्टाफ के प्रति सम्मान के लिए टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “मेरे पास आमतौर पर शब्दों की कमी नहीं होती, लेकिन आज जैसे दिन पर, जब मैं इसका हिस्सा बना, मैं आप सभी का, मेरे कोचिंग स्टाफ और मेरे सहयोगी स्टाफ के प्रति दिखाए गए सम्मान, दयालुपन और आपके प्रयासों के लिए जितना आभारी हूं, उतना कम है।”
बीसीसीआई का समर्थन: द्रविड़ ने बीसीसीआई अधिकारियों और पर्दे के पीछे काम करने वाले लोगों की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “एक बेहतरीन टीम के पीछे एक सफल संगठन भी होता है और हमें बीसीसीआई और पर्दे के पीछे के लोगों के काम की सराहना करनी चाहिए।”
इस तरह राहुल द्रविड़ ने अपने कार्यकाल के दौरान मिले समर्थन और टीम के साथ बिताए पलों की सराहना करते हुए विदाई ली।
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