बिहार के पूर्व मंत्री और वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता, जीतन सहनी, की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। सरकार ने हत्यारों की तलाश के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है, जिसका नेतृत्व दरभंगा रूरल की एसपी काम्या मिश्रा करेंगी।
सीसीटीवी फुटेज से मिले अहम सुराग
पुलिस को हत्याकांड से जुड़े एक सीसीटीवी फुटेज मिला है, जो जीतन सहनी के पड़ोस में लगा हुआ था। इस फुटेज में चार संदिग्ध व्यक्तियों को घर में घुसते हुए देखा गया है। इनमें से दो लोगों ने जीतन सहनी से पैसा उधार लिया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। घर से मिले सबूतों और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच जारी है।
घर से मिले अहम सबूत
पुलिस ने जीतन सहनी के घर से कई महत्वपूर्ण सुराग जुटाए हैं, जिनमें तीन ग्लास, तीन मोटरसाइकिल, एक आलमारी और एक बॉक्स शामिल हैं। आलमारी में कुछ पेपर और रुपये भी मिले हैं। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है, जिससे हत्यारों को पकड़ने में मदद मिलेगी।
लाठी-डंडे लेकर दिखे संदिग्ध
पुलिस को एक और सीसीटीवी फुटेज मिला है, जो 10 जुलाई का है। इसमें बड़ी संख्या में लोग लाठी-डंडे लिए दिखाई दे रहे हैं, जो सीधे जीतन सहनी के घर में घुस जाते हैं। पुलिस इस वीडियो की भी जांच कर रही है, हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि इसका मर्डर से कोई संबंध है या नहीं।
जीतन सहनी का अंतिम संस्कार
मंगलवार की शाम को पोस्टमार्टम के बाद जीतन सहनी का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे, लेकिन अभी भी सवाल बना हुआ है कि जीतन सहनी का हत्यारा कौन है और इतनी निर्मम हत्या की वजह क्या थी।
हत्या पर राजनीतिक बयानबाजी
इस हत्याकांड के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। विपक्षी पार्टियां इसे राजनीतिक साजिश का नाम दे रही हैं। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में बढ़ते अपराधों की सूची जारी की और कहा कि बिहार में अपराधियों का राज है। उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, जिससे उनके हौसले बुलंद हैं।
नेताओं की प्रतिक्रिया
आरजेडी के सांसद मनोज झा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगा है। वहीं सांसद पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अपराध पर आरजेडी को बोलने का कोई हक नहीं है।
पुलिस इस हत्याकांड की गहराई से जांच कर रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का वादा कर रही है। बिहार के लोग इस घटना के बाद न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
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