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कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पूर्व प्रिंसिपल पर FIR और दो ACP सहित 3 सस्पेंड: जानिए पूरी कहानी

कोलकाता
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हाल ही में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटनाओं ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। इस मामले में कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आए हैं, जिनमें पुलिस की सख्त कार्रवाई और सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया शामिल हैं। आइए, इस पूरे मामले को सरल और स्पष्ट भाषा में समझते हैं।

मेडिकल कॉलेज में भीड़ का हमला और सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया
14 अगस्त की रात कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब लगभग 7000 लोगों की भीड़ ने कॉलेज में हमला कर दिया। इस घटना ने सभी को चौंका दिया और सवाल खड़े कर दिए कि इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे कॉलेज परिसर में दाखिल हो सके। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत संज्ञान लिया और राज्य सरकार से 22 अगस्त तक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया। 23 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी है, जिसमें राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।

पुलिस की कार्रवाई: दो असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर और एक इंस्पेक्टर सस्पेंड
इस घटना के बाद, कोलकाता पुलिस ने इस मामले में अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस ने दो असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर और एक इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि इस पूरी घटना के दौरान पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे थे। पुलिस ने सस्पेंड किए गए अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दे दिए हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस मामले में और कौन-कौन जिम्मेदार हैं।

पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ दो एफआईआर
इस मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ भी दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। संदीप घोष पर आरोप है कि उन्होंने एक पीड़ित डॉक्टर की पहचान को सार्वजनिक कर दिया, जिससे सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार और पुलिस को फटकार लगाई। पुलिस ने इस मामले में घोष को समन भी भेजा है और उन्हें गुरुवार को 12 बजे तक पेश होने के लिए कहा गया है।

मेडिकल कॉलेज में फंड के दुरुपयोग के आरोप
इसके अलावा, संदीप घोष पर यह भी आरोप है कि उन्होंने मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के फंड का दुरुपयोग किया। सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। आरोप है कि घोष ने सिर्फ तीन फर्म्स को ही ठेके दिए थे, जिनके तहत मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के लिए उपकरण खरीदे गए थे। इस मामले की जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।

सीबीआई की पूछताछ और भविष्य की चुनौतियां
संदीप घोष से लेडी डॉक्टर रेप मर्डर केस में सीबीआई ने लगातार तीन दिनों तक पूछताछ की थी। इस पूछताछ में भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

ये मामला कई पहलुओं को उजागर करता है और ये दिखाता है कि किस तरह से मेडिकल संस्थानों में फंड का दुरुपयोग हो सकता है और कैसे प्रशासनिक अनदेखी के कारण गंभीर घटनाएं घट सकती हैं। आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़े और भी तथ्य सामने आ सकते हैं, जिनसे ये स्पष्ट हो सकेगा कि वास्तविकता क्या है और कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं।

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