नई दिल्ली, 18 जुलाई 2025 – अमेरिका ने पाकिस्तान को बड़ा झटका देते हुए आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेजिस्टेंट फ्रंट’ (TRF) को वैश्विक आतंकवादी सूची में शामिल कर लिया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने शुक्रवार को ये घोषणा की, जिसके बाद पाकिस्तान की आतंकवाद को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना और बढ़ गई है।
पहलगाम हमले से जुड़ा है मामला
विदेश विभाग ने अपने बयान में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक भयावह आतंकवादी हमले का उल्लेख किया, जिसकी जिम्मेदारी TRF ने ली थी। इस हमले में 26 लोगों पर गोलीबारी की गई थी, जिसमें कई निर्दोष नागरिकों की जान जोखिम में पड़ी। इस हमले ने भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया था।
भारत का ऑपरेशन सिंदूर
पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी कठोर नीति को फिर से स्पष्ट किया। भारतीय सुरक्षा बलों ने इस कार्रवाई में आतंकी नेटवर्क को भारी नुकसान पहुंचाया था।
TRF पर अमेरिका की कार्रवाई
अमेरिका द्वारा TRF को वैश्विक आतंकवादी सूची में शामिल करने का फैसला आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस कदम से संगठन की फंडिंग, हथियारों की आपूर्ति और भर्ती प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। साथ ही, इससे पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने के आरोपों को लेकर दबाव और बढ़ेगा।
भारत ने किया स्वागत
भारत ने अमेरिका के इस फैसले का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, “ये कदम आतंकवाद के खिलाफ हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारत आतंकवाद के सभी रूपों का मुकाबला करने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम करता रहेगा।”
अमेरिका का ये कदम न केवल TRF और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि उन देशों के लिए भी एक संदेश है जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता सहयोग आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को और मजबूत करेगा।
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