प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल में देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। अमेरिका में हजारों भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। इस भाषण में उन्होंने भारत की आर्थिक प्रगति, भारतीय अमेरिकियों की भूमिका और भविष्य की योजनाओं पर रोशनी डाली। Modi जी का यह प्लान भारत को एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की दिशा में बेहद अहम है।
तीसरे कार्यकाल की प्राथमिकताएँ
पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनके तीसरे कार्यकाल में उनका मुख्य लक्ष्य भारत को दुनिया के शीर्ष विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में शामिल करना है। उन्होंने जोर दिया कि देश को अब तीन गुना ताकत के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। भारत के लोग आज आत्मविश्वास से भरे हुए हैं और अपने सपनों को साकार करने के लिए दृढ़ निश्चयी हैं। पिछले दस वर्षों में उनकी सरकार ने जिस सुशासन का मॉडल प्रस्तुत किया है, उसी के कारण उन्हें तीसरी बार सत्ता में लाने का अवसर मिला है।
मोदी जी ने अपने भाषण में यह भी कहा कि भारतीय समाज की पुरानी सोच को बदलते हुए हमने गरीबी से 25 करोड़ लोगों को बाहर निकाला है। यह परिवर्तन इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि हमने poor empowerment यानी गरीबों के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि आज का मध्यम वर्ग भारत की विकास गति को नया आयाम दे रहा है।
भारत-अमेरिका संबंध और भारतीय अमेरिकियों की भूमिका
न्यूयॉर्क में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने अमेरिका में रह रहे भारतीयों की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय अमेरिकियों को “भारत का ब्रांड एंबेसडर” बताते हुए कहा कि वे देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। India-USA के रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में प्रवासी भारतीयों का योगदान अतुलनीय है। मोदी ने इस संबंध को “AI”, यानी America-India के रूप में व्यक्त किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ अपने संबंधों का जिक्र करते हुए मोदी ने बताया कि बाइडन उन्हें अपने घर डेलावेयर लेकर गए, जिसे उन्होंने भारतीयों के लिए एक सम्मान के रूप में बताया। यह सम्मान भारतीय अमेरिकियों की कड़ी मेहनत और उपलब्धियों का नतीजा है।
भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता
प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में यह भी बताया कि भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने आत्मनिर्भरता और self-reliant India पर जोर देते हुए कहा कि भारत अब केवल अवसरों की प्रतीक्षा नहीं करता, बल्कि अवसरों का निर्माण भी करता है।
मोदी ने बताया कि दुनिया के लिए AI का मतलब ‘Artificial Intelligence’ हो सकता है, लेकिन उनके लिए AI का मतलब ‘America-India’ भावना है। इस नई सोच के साथ, भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति को और मजबूत किया है।
उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान भारत को दुनिया के शीर्ष तीन आर्थिक शक्तियों में शामिल करने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही, उन्होंने भारतीयों से आत्मविश्वास बनाए रखने और नए अवसरों का सृजन करने की अपील की।
प्रधानमंत्री के उद्देश्यों की झलक
प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन से यह स्पष्ट होता है कि भारत अब एक नए युग की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने जिस तरह से भारतीय अमेरिकियों को प्रेरित किया और देश की आर्थिक प्रगति पर जोर दिया, उससे यह स्पष्ट है कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत को वैश्विक मंच पर एक मजबूत और सम्मानित राष्ट्र बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
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