उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। लखनऊ के चिनहट इलाके में तीन युवकों ने साजिश रचकर एक डिलीवरी ब्वॉय की बेरहमी से हत्या कर दी। इस घटना ने न केवल क्षेत्र के लोगों को बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया है।
घटना की शुरुआत तब हुई जब डिलीवरी ब्वॉय भरत कुमार प्रजापति, जो इंस्टा कार्ड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करता था, 24 सितंबर को अपने ऑफिस से 49 ग्राहकों को ऑर्डर देने निकला। देर रात तक जब वो लौटा नहीं तो उसके हब इंचार्ज आदर्श कोष्टा ने परिजनों को सूचित किया और चिनहट थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद, पुलिस की जांच से जो खुलासा हुआ, वो रोंगटे खड़े कर देने वाला था।
हत्या की साजिश और वारदात
पुलिस की जांच में पता चला कि तीन आरोपियों—हिमांशु कनौजिया, आकाश और गजानन—ने मिलकर इस घिनौनी साजिश को अंजाम दिया। हिमांशु ने दो मोबाइल ऑर्डर किए थे, जिसकी कुल कीमत एक लाख रुपये थी। जब भरत ने हिमांशु से संपर्क किया, तो उसे गजानन से फोन पर बात कराई गई। गजानन ने भरत को बताया कि वो मोबाइल रिसीव कर लेगा। जब भरत चिनहट स्थित घर पर मोबाइल देने पहुंचा, तो उसे घर के अंदर घसीट लिया गया, जहां गजानन और आकाश ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद, उन्होंने दो मोबाइल और 35 हजार रुपये भी लूट लिए।
शव को नहर में फेंका
हत्या के बाद आरोपियों ने भरत के शव को डिलीवरी बैग में डाल दिया और बाराबंकी के माती इलाके में स्थित इंदिरा नहर में फेंक दिया। पुलिस को शक है कि आरोपियों ने भरत की लाश के टुकड़े कर नहर में फेंका होगा। फिलहाल, एसडीआरएफ की टीम शव की तलाश में जुटी हुई है, और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
भरत के मोबाइल की लोकेशन और कॉल डिटेल्स निकालने पर पुलिस को आखिरी लोकेशन हत्यारोपियों के घर के पास मिली। सीसीटीवी फुटेज में भरत को घर के अंदर जाते देखा गया, लेकिन बाहर निकलते नहीं देखा गया। इन सबूतों के आधार पर पुलिस ने हिमांशु और आकाश को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीसरे आरोपी गजानन की तलाश जारी है।
हालांकि, पुलिस अभी तक इसे लूटपाट का मामला मान रही है, लेकिन मृतक भरत के पिता राम मिलन, जो खादी ग्रामोद्योग विभाग में कर्मचारी हैं, ने एक और संभावित वजह बताई है। उनका कहना है कि गजानन पहले भरत के साथ काम करता था, इसलिए ये हत्या किसी पुरानी रंजिश का नतीजा भी हो सकती है। ऐसे में पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है।
ये भी पढ़ें: Plane Crash Himachal: 56 साल बाद टूटा बर्फ का सन्नाटा, हिमाचल के विमान हादसे के 4 और शव मिले, परिवारों को मिली राहत