Mumbai Bandra Stampede: रविवार को मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर हुई भगदड़ में कई लोग घायल हुए, जिससे मुंबई के बुनियादी ढांचे और सुरक्षा पर गहरे सवाल उठ खड़े हुए हैं। इस घटना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला और इसे भारत के कमजोर आधारभूत ढांचे का उदाहरण बताया।
बांद्रा भगदड़ हादसा: मुंबई की आधारभूत संरचना पर सवाल
मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर रविवार को सुबह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी जब गोरखपुर जाने वाली अंत्योदय एक्सप्रेस में चढ़ने की जल्दी में लोगों के बीच भगदड़ मच गई। इस बांद्रा भगदड़ हादसा (Mumbai Bandra Stampede) में करीब नौ लोग घायल हो गए, जिनमें से केवल दो यात्रियों के पास वैध टिकट थे। इस हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि लोग बिना टिकट ट्रेन में सवार हो रहे थे, जिससे भीड़ अनियंत्रित हो गई।
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया और मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सरकार की ओर से बुनियादी ढांचे पर ध्यान न देने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुंबई की आधारभूत संरचना (Mumbai’s Infrastructure Issues) में यह गिरावट देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है। गांधी ने इस घटना को भारत में बुनियादी ढांचे की नाकामी और जनता की सुरक्षा के प्रति उपेक्षा का एक और उदाहरण बताया।
भारतीय रेलवे का असुरक्षित भविष्य: राहुल गांधी का दृष्टिकोण
राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर बयान जारी करते हुए कहा, “जब आधारभूत ढांचा जनता की सेवा के लिए मजबूत नहीं होता, तो उद्घाटन और प्रचार सिर्फ खोखले बन जाते हैं। जनता की जान की सुरक्षा के बिना, पुलों और प्लेटफार्मों का निर्माण सिर्फ दिखावा बन कर रह जाता है।” गांधी ने भारतीय रेलवे के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि बांद्रा टर्मिनस पर हुई भगदड़ कोई नई घटना नहीं है; इससे पहले भी बालासोर ट्रेन हादसे में कई लोगों की जान गई थी। गांधी के अनुसार, यह घटनाएं सरकार की नीतियों की विफलता का प्रमाण हैं।
राहुल गांधी का मानना है कि सरकार सार्वजनिक संपत्ति और संरचनाओं की उचित देखरेख नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार उद्घाटन और प्रचार में व्यस्त है, जबकि मुंबई की आधारभूत संरचना (Mumbai’s Infrastructure Issues) में सुधार पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गांधी ने बताया कि सरकार जनता की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह से असंवेदनशील है और इसे तुरंत सुधारने की आवश्यकता है।
मुंबई में असुरक्षित संरचना की चुनौतियां
मुंबई में बुनियादी ढांचे की समस्याओं को देखते हुए यह साफ है कि शहर की सुरक्षा और संरचना में सुधार की आवश्यकता है। बांद्रा टर्मिनस का यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं बल्कि एक चेतावनी भी है, जो यह दर्शाता है कि अगर मुंबई जैसे शहरों में बुनियादी ढांचे पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले समय में इसी तरह की घटनाएं फिर से घट सकती हैं।
राहुल गांधी ने शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने का उदाहरण देते हुए कहा, “जब नौ महीने में एक प्रतिमा गिर जाती है, तो यह साफ है कि निर्माण की मंशा सिर्फ प्रचार थी, न कि जनता की सुरक्षा का ख्याल।” इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि सरकार द्वारा बड़े स्तर पर उद्घाटन कार्यक्रम तो किए जाते हैं, लेकिन उनके पीछे कोई ठोस आधार नहीं होता।
आज के समय में मुंबई जैसे महानगरों को एक मजबूत और अंतरराष्ट्रीय स्तर का मुंबई की आधारभूत संरचना (Mumbai’s Infrastructure Issues) चाहिए, जो न केवल शहर की आबादी की जरूरतों को पूरा कर सके बल्कि यात्रियों की सुरक्षा की भी गारंटी दे सके।
राहुल गांधी ने सरकार से अपील की कि वह प्रचार और विज्ञापन पर अधिक ध्यान देने के बजाय, जनता की सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता को प्राथमिकता दे।