Sindoor Removal Case in Buxar: बिहार के बक्सर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां धर्म परिवर्तन विवाद (Religious Conversion Controversy) ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। बलिहार पंचायत के बड़कागांव नगपुर स्थित गंगा घाट पर कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का गंभीर मामला प्रकाश में आया है।
गंगा घाट की संदिग्ध गतिविधियां
गंगा घाट पर हुई इस घटना में धर्म परिवर्तन विवाद (Religious Conversion Controversy) की जड़ें काफी गहरी नजर आ रही हैं। स्थानीय लोगों की सतर्कता ने एक बड़ी घटना को रोक दिया, जिसमें तीन पादरियों पर आरोप है कि वे झाड़-फूंक के बहाने महिलाओं को बहला-फुसलाकर उनकी धार्मिक आस्था के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार, करीब 60 से अधिक महिलाओं और पुरुषों को इस प्रक्रिया का हिस्सा बनाया गया था। विशेष रूप से चिंताजनक यह था कि महिलाओं के मांग का सिंदूर मिटाकर उनके माथे पर क्रॉस का निशान बनाया जा रहा था।
आरोपियों की पहचान और उनका इतिहास
पकड़े गए व्यक्तियों में तमिलनाडु से आए सामुहेल, और स्थानीय निवासी राजू मसीह एवं रविरंजन राम शामिल हैं। बक्सर में सिंदूर मिटाने का मामला (Sindoor Removal Case in Buxar) और भी गंभीर इसलिए माना जा रहा है क्योंकि राजू मसीह पर दो साल पहले भी इसी तरह का आरोप लगा था। उस समय उसने लिखित में माफी मांगकर भविष्य में ऐसी गतिविधियां न करने का वादा किया था, लेकिन फिर से वही कार्य करते हुए पकड़ा गया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
थानाध्यक्ष कमलनयन पांडेय के नेतृत्व में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा और भागने का प्रयास कर रहे तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों के निर्देशन में गहन जांच की जा रही है।
स्थानीय समुदाय का विरोध और प्रतिक्रिया
सामाजिक कार्यकर्ता विकास कुमार मिश्रा, सोनू द्विवेदी और दीपक मिश्रा ने थाने में विस्तृत लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा था। विरोध करने पर आरोपियों ने गाली-गलौज और हाथापाई भी की।
महिलाओं का पक्ष और जांच की दिशा
हालांकि, कुछ महिलाओं ने धर्म परिवर्तन की बात से इनकार किया है और कहा कि वे केवल बीमारी के इलाज के लिए वहां आई थीं। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि क्या उन्हें धोखे में रखा गया था। बपतिस्मा के नाम पर की जा रही इस कार्रवाई ने स्थानीय समुदाय में गहरी नाराजगी पैदा की है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व में हुई समान घटनाएं
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में इस तरह की कई छिटपुट घटनाएं हुई हैं, लेकिन इस बार मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि इसमें संगठित तरीके से काम किया जा रहा था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है।