क्या होता है मेडिकल रेप?: सोचिए, आप 41 साल तक अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी जी रहे हों और अचानक पता चले कि जिस इंसान को आपने अपना पिता माना है, वो असल में आपका जैविक पिता है ही नहीं। इस स्थिति को कल्पना में लाना भी मुश्किल है, लेकिन ऐसा ही एक मामला अमेरिका में सामने आया है। इसे मेडिकल रेप (Medical Rape) कहा जा रहा है। ये शब्द सुनने में नया लग सकता है, लेकिन ये एक बेहद गंभीर और नैतिकता से जुड़ा हुआ मामला है।
क्या है मेडिकल रेप?
मेडिकल रेप एक ऐसी स्थिति है, जिसमें डॉक्टर या चिकित्सा विशेषज्ञ मरीज की सहमति के बिना, जानबूझकर ऐसी प्रक्रिया को अंजाम देते हैं जो उनके जीवन को गहराई से प्रभावित करती है। खासतौर पर आईवीएफ (IVF) प्रक्रियाओं में ये देखा गया है, जहां मरीजों को बिना बताए दूसरे डोनर के शुक्राणु या एग्स का इस्तेमाल किया जाता है। ये न केवल नैतिकता के खिलाफ है, बल्कि मरीज के भरोसे का भी घोर उल्लंघन है।
अमेरिका में सामने आया हैरान कर देने वाला मामला
कैलिफोर्निया के एक कपल, जेन और जॉन रो के साथ ऐसा ही कुछ हुआ। 1983 में, जब ये दंपत्ति गर्भधारण करने में असमर्थ थे, उन्होंने लॉस एंजिल्स के आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. हैल सी डैनजर से संपर्क किया। डॉक्टर ने आईवीएफ प्रक्रिया का सुझाव दिया, लेकिन शुरुआती कोशिशें असफल रहीं। बाद में, जेन ने 1986 में जुड़वां बेटियों को जन्म दिया।
41 साल तक ये परिवार खुशी-खुशी जीवन जी रहा था। लेकिन जनवरी 2023 में, उनकी बेटी ने अपने वंश के बारे में जानने के लिए डीएनए टेस्ट कराया। नतीजे चौंकाने वाले थे—उसका डीएनए उसकी मां से तो मेल खा रहा था, लेकिन उसके पिता से नहीं।
डॉक्टर ने किया विश्वासघात
जांच में पता चला कि डॉ. डैनजर ने आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान कपल की सहमति के बिना, किसी और व्यक्ति के शुक्राणु का इस्तेमाल किया था। ये खुलासा न केवल भावनात्मक रूप से दर्दनाक था, बल्कि नैतिकता की भी बड़ी समस्या खड़ी करता है। जेन और जॉन ने डॉक्टर पर ‘मेडिकल रेप’ का केस दर्ज किया, जिसकी सुनवाई कैलिफोर्निया की अदालत में चल रही है।
16 और बच्चों का डीएनए मेल
इस मामले में एक और चौंकाने वाली बात तब सामने आई, जब डीएनए जांच से पता चला कि बेटी के 16 जैविक भाई-बहन हैं। इन सभी बच्चों का डीएनए एक ही डोनर से मेल खाता था। ऐसे में ये स्पष्ट हो गया कि 1971 से 1992 के बीच डॉ. डैनजर ने एक ही डोनर के शुक्राणु का इस्तेमाल करते हुए कई दंपत्तियों के साथ धोखा किया।
आईवीएफ प्रक्रियाओं में नैतिकता पर सवाल
आईवीएफ तकनीक ने जहां कई दंपत्तियों को संतान सुख दिया है, वहीं इस तरह की घटनाओं ने चिकित्सा क्षेत्र की नैतिकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मेडिकल रेप न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है, बल्कि इसका असर समाज की मूलभूत संरचना पर भी पड़ता है।
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