सिंधुदुर्ग: एक साल के अंतराल के बाद, सिंधुदुर्ग जिले में पशुओं के बीच लंपी रोग ने फिर से सिर उठाया है। जिले में अब तक 593 पशु इस रोग से प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 418 पशु ठीक हो चुके हैं। जिले में कुल 1,32,000 पशुधन है, और 102 पशु चिकित्सा केंद्रों की निगरानी में 82,000 पशुओं को टीका लगाया जा चुका है।
पशुपालन विभाग के उपायुक्त डॉ. समीर बिलोलीकर ने पशुपालकों से अपील की है कि वे इस रोग को लेकर घबराएं नहीं, बल्कि उचित सावधानी बरतें। उन्होंने कहा, “पशुपालकों को चाहिए कि वे अपने पशुओं के इलाज और टीकाकरण के लिए तुरंत पशुपालन विभाग से संपर्क करें, ताकि रोग के प्रसार को रोका जा सके।”
लंपी रोग एक वायरल बीमारी है, जो पशुओं में त्वचा पर गांठ, बुखार और कमजोरी जैसे लक्षण पैदा करती है। समय पर टीकाकरण और उचित देखभाल से इस रोग को नियंत्रित किया जा सकता है। पशुपालकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने पशुओं की नियमित जांच करवाएं और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र से संपर्क करें।
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