मुंबई के चारकोप इलाके में एक ऐसी घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया, जहां एक बेटे ने अपने ही पिता की बेरहमी से हत्या करवा दी। 65 वर्षीय मशहूर बिजनेसमैन अयूब सैय्यद की उनके छोटे बेटे हनीफ सैय्यद ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर चाकू से ताबड़तोड़ 30 वार करके हत्या कर दी। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने हनीफ समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी अभी फरार है। ये कहानी न केवल एक क्रूर अपराध की है, बल्कि पारिवारिक रिश्तों में दरार और लालच की उस काली सच्चाई को भी उजागर करती है, जो एक बेटे को अपने पिता का हत्यारा बना देती है।
पारिवारिक विवाद और लालच की आग
पुलिस जांच के अनुसार, हनीफ और उसके पिता अयूब सैय्यद के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था। अयूब, जो कांच के कारोबार में एक जाना-माना नाम थे, अपनी 210 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के मालिक थे। लेकिन हनीफ को इस बात का गुस्सा था कि उनके पिता अपनी प्रेमिकाओं पर करोड़ों रुपये लुटाते थे, जबकि उन्हें कारोबार में हिस्सेदारी या आर्थिक मदद नहीं मिलती थी। हनीफ के नाम पर शुरू किया गया एक कांच का कारखाना घाटे में चला गया, जिसके बाद पिता ने उसे अपने मुख्य बिजनेस से दूर रखा। ये नाराजगी और लालच ही हनीफ को उस रास्ते पर ले गया, जहां उसने अपने ही पिता की हत्या की साजिश रची।
साजिश का खौफनाक मंजर
मंगलवार की दोपहर, चारकोप के प्लॉट नंबर 43 सीडी पर स्थित अयूब सैय्यद के कंपनी कार्यालय में ये दिल दहलाने वाली घटना घटी। अयूब अपने केबिन में बैठे इंटरनेट पर वीडियो देख रहे थे, तभी दो हमलावर, मोहम्मद खैरुल इस्लाम और उसका साथी, अचानक अंदर घुसे। उन्होंने अयूब पर चाकू से करीब 30 वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद हमलावरों ने शानू चौधरी को संदेश भेजा, “काम हो गया।” चौधरी, जो इस साजिश का अहम कड़ी था, ने तुरंत एक मोबाइल ऐप से ऑटो बुक किया और किराए का भुगतान गूगल पे के जरिए किया।
साजिश का पर्दाफाश
चारकोप पुलिस और डीसीपी संदीप जाधव (परिमंडल 11) की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डिटेल्स की जांच शुरू की। इस दौरान शानू चौधरी को हिरासत में लिया गया, जिसने पूछताछ में हत्या की पूरी साजिश का खुलासा कर दिया। चौधरी ने बताया कि हनीफ ने उसे अपने पिता की हत्या के लिए उकसाया और गोवंडी के दो युवकों को 6.5 लाख रुपये की सुपारी दी। हैरानी की बात ये है कि हत्या का समय और तारीख खुद हनीफ ने तय की थी। पुलिस ने हनीफ और शानू को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
डीसीपी संदीप जाधव ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल डिटेल्स और भुगतान रिकॉर्ड्स के आधार पर हत्या की साजिश का पूरा खाका तैयार हो चुका है। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है, और पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है। इस मामले ने न केवल मुंबई बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, क्योंकि ये सवाल उठाता है कि आखिर रिश्तों की नींव इतनी कमजोर कैसे हो सकती है?
एक परिवार का टूटता सपना
अयूब सैय्यद की हत्या केवल एक अपराध की कहानी नहीं है, बल्कि ये उन टूटे हुए रिश्तों की दास्तां है, जहां पैसा और लालच ने इंसानियत को कुचल दिया। एक पिता, जो अपने बेटे को कारोबार में आगे बढ़ाना चाहता था, उसी के हाथों मौत का शिकार हो गया। ये घटना हमें ये सोचने पर मजबूर करती है कि क्या धन-संपत्ति और पारिवारिक विवाद रिश्तों से ज्यादा कीमती हो सकते हैं?
मुंबई पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, और उम्मीद है कि जल्द ही फरार आरोपी भी सलाखों के पीछे होगा। तब तक ये घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि रिश्तों को संभालने और संवाद को बनाए रखने की कितनी जरूरत है।
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