मुंबई के चालाक बिल्डरों के कारनामे तो सुने ही होंगे आपने। ताज़ा मामला ये है कि मटुंगा में चार बिल्डरों ने मिलकर एक NRI भाई को 11 करोड़ का चूना लगा दिया। बेचारे को इन्वेस्ट करवाकर पैसा ऐंठ लिया और हाथ में कुछ नहीं आया।
दुबई में रहते हैं निज़ार विरानी, बिज़नेस करते हैं। मुंबई के ‘गजानन बिल्डर्स’ कंपनी का धांजी गाला इनके पास पहुंचा। बोला कि ओशिवरा में दो SRA प्रोजेक्ट हैं, तगड़ा प्रॉफ़िट मिलेगा, बस पैसा लगा दो। विरानी साहब ने MoU वगैरह साइन किया और फटाफट 11 करोड़ दे दिए।
मुनाफे का इंतज़ार करते रहे, कई साल हो गए पर एक पैसा भी नहीं मिला हाथ में! आखिरकार पिछले साल जब मुंबई आए तो बिल्डर से हिसाब-किताब माँगा। बिल्डर साहब ने टाल दिया, बोला पेपर्स वकील के पास हैं। वकील से मिले तो वो भी कॉपी देने को तैयार नहीं हुआ! बेचारे विरानी भाई को शक हुआ, थोड़ा पता किया तो मालूम चला कि ये बिल्डर तो 200 से भी ज़्यादा फ्लैट बेच चुके हैं और उनका हिस्सा मार रहे हैं।
गए सीधे पुलिस के पास और सारी कहानी सुना दी। इन धोखेबाज़ बिल्डरों ने तो एडलवाइज़ फंड वालों से 175 करोड़ का लोन भी उठा रखा है और NRI भाई को बताना भी ज़रूरी नहीं समझा!
पुलिस ने इन बिल्डरों के खिलाफ IPC की कई धाराओं के तहत FIR लिख ली है। ये बिल्डर हैं – धांजी गाला, समीर खान, सैफ खान, और अब्दुल खान। ये चारों मिलकर ‘गजानन बिल्डर्स’ कंपनी चलाते हैं। इस पूरे मामले की जांच चल रही है, देखना ये है कि पुलिस विरानी भाई को उनका हक दिलवा पाती है या नहीं।