श्नाइडर इलेक्ट्रिक: दुनिया की बड़ी कंपनियाँ भारत को एक आकर्षक निवेश स्थल के रूप में देखती हैं। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था, कुशल कार्यबल और सरकार के द्वारा विदेशी निवेशकों को दिए जा रहे प्रोत्साहन यहाँ निवेश को आकर्षित करते हैं। ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के फलस्वरूप पिछले कुछ वर्षों में भारत में विनिर्माण क्षेत्र (मैन्युफैक्चरिंग) को खूब बढ़ावा मिला है, और इससे रोज़गार के नए अवसर भी पैदा हुए हैं।
विश्व की जानी-मानी ऊर्जा प्रबंधन और स्वचालन क्षेत्र की कंपनी श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने भारत में बड़े निवेश की घोषणा की है। कंपनी 2026 तक भारत में 3,200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसका लक्ष्य भारत को न सिर्फ घरेलू बाज़ार के लिए, बल्कि निर्यात के लिए भी एक बड़ा विनिर्माण केंद्र बनाना है।
श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया के अध्यक्ष और सीईओ दीपक शर्मा ने इस बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और ओडिशा समेत 8 राज्यों में कंपनी अपने कारखाने स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है। इससे भारत के विभिन्न क्षेत्रों में विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।
हाल ही में कंपनी ने बेंगलुरु में एक अत्याधुनिक प्लांट का उद्घाटन किया। इस प्लांट को 100 करोड़ के निवेश से बनाया गया है और इसका मुख्य उद्देश्य देश में बढ़ती डेटा सेंटर की मांग को पूरा करने के लिए कूलिंग समाधान पर केंद्रित है। इस प्लांट के उत्पादन का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा दूसरे देशों को निर्यात किया जाएगा।
श्नाइडर इलेक्ट्रिक पहले से ही भारत में मौजूद है। फिलहाल देश भर में कंपनी के 30 कारखाने हैं।
यह नया निवेश भारत को लेकर कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह भारत के बढ़ते बाज़ार और विनिर्माण क्षेत्र में मौजूद अपार संभावनाओं में कंपनी के विश्वास को भी प्रदर्शित करता है।