भारत के ऊर्जा भविष्य में एक नया सुनहरा अध्याय जुड़ गया है! अडाणी ग्रीन एनर्जी ने सौर और पवन ऊर्जा से 10,000 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता हासिल करके इतिहास रच दिया है।
भारत तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, जिसकी ऊर्जा की भूख भी लगातार बढ़ रही है। परंपरागत ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है। अब, अडाणी ग्रीन जैसी कंपनियों की बदौलत भारत स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में एक सच्चा लीडर बनकर उभर रहा है।
अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने 14 फरवरी, 2024 को गुजरात के खावड़ा में अपना नया सौर ऊर्जा संयंत्र शुरू किया. इससे इसकी कुल क्षमता 10,000 मेगावाट के पार पहुंच गई है, जो पूरी तरह सौर और पवन ऊर्जा के मिश्रण पर आधारित है। इस पर्यावरण-हितैषी ऊर्जा से लाखों घर रोशन हो सकेंगे और लाखों टन कार्बन प्रदूषण भी घटेगा।
यह सिर्फ शुरुआत है! अडाणी ग्रीन ने भारत के 2030 तक 45,000 गीगावॉट नवीकरणीय (रिन्यूएबल) ऊर्जा के लक्ष्य को पूरा करने में एक बड़ा कदम आगे बढ़ाया है। इतना ही नहीं, कंपनी गुजरात के खावड़ा में ही दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल ऊर्जा संयंत्र बना रही है।
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने गर्व के साथ कहा, “हम एक स्वच्छ, हरे-भरे भारत के निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं।” यह विशाल सौर+पवन ऊर्जा क्षमता अडाणी ग्रीन को ना सिर्फ ऊर्जा क्षेत्र में सबसे आगे रखता है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण पेश करता है।