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पहलगाम हमले के बाद नेहा सिंह राठौर पर दर्ज हुआ देशद्रोह का मुकदमा: क्या है पूरा मामला?

नेहा सिंह राठौर
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22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाकर 26 लोगों की जान ले ली। इस घटना के बाद देशभर में गुस्से की लहर दौड़ गई और लोग सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे। इस बीच, लोकगायिका और यूट्यूबर नेहा सिंह राठौर अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स की वजह से विवादों में घिर गई हैं। उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। आइए, इस मामले को विस्तार से समझते हैं।

क्या है मामला?
पहलगाम हमले के बाद नेहा सिंह राठौर ने अपने ट्विटर हैंडल (@nehafolksinger) पर कई पोस्ट्स किए, जिन्हें कुछ लोगों ने आपत्तिजनक और राष्ट्रीय एकता के खिलाफ माना। लखनऊ के गुडंबा निवासी कवि अभय प्रताप सिंह ने नेहा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर हजरतगंज कोतवाली में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इस एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की 11 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

शिकायत में कहा गया है कि नेहा सिंह राठौर ने अपने पोस्ट्स के जरिए राष्ट्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाने और धर्म-जाति के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश की। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

नेहा सिंह राठौर का जवाब
मुकदमा दर्ज होने के बाद नेहा सिंह राठौर ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने तंज कसते हुए लिखा, “मेरे ऊपर एफआईआर दर्ज हो गई है, होना भी चाहिए। एक मामूली लड़की इतने बड़े लोकतंत्र में सवाल कैसे पूछ सकती है। धन्यवाद योगी जी, धन्यवाद मोदी जी।”

इस पोस्ट से साफ है कि नेहा इस मामले को लेकर अपनी बात रखने से पीछे नहीं हट रही हैं। उनके समर्थक भी सोशल मीडिया पर उनके पक्ष में आवाज उठा रहे हैं।

गौरतलब है कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने हिंदू पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर गोली मार दी। इस हमले में 26 लोगों की दर्दनाक मौत हुई। इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया। विपक्षी दलों और आम नागरिकों ने एक स्वर में सरकार से इस हमले का सख्त जवाब देने की मांग की।

भारत सरकार ने भी इस घटना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान पर कई कड़े प्रतिबंध लगाए, जिनमें सिंधु जल समझौते पर रोक भी शामिल है। सरकार ने इस हमले का जवाब देने के लिए और कदम उठाने की बात कही है।

शिकायत में क्या कहा गया?
अभय प्रताप सिंह की तहरीर में दावा किया गया है कि नेहा सिंह राठौर ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए न केवल राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, बल्कि धर्म और जाति के आधार पर समुदायों को भड़काने का भी प्रयास किया। तहरीर में ये भी उल्लेख है कि उनके पोस्ट्स से देश की अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। नेहा सिंह राठौर के खिलाफ दर्ज इस मुकदमे ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है। कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बता रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों में ऐसी कार्रवाई जरूरी है।

इस मामले में अगला कदम क्या होगा, ये तो जांच के नतीजों पर निर्भर करता है। लेकिन इतना तय है कि ये विवाद अभी और गरमाएगा।

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, पहलगाम हमले के बाद देश में गुस्सा और दुख का माहौल है। ऐसे में नेहा सिंह राठौर के खिलाफ दर्ज मुकदमा एक संवेदनशील मुद्दा बन गया है। ये मामला हमें ये सोचने पर मजबूर करता है कि अभिव्यक्ति की आजादी और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए। वैसे आप इस मामले के बारे में क्या सोचते हैं? अपनी राय कमेंट में जरूर साझा करें।

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