Tragic Stories of Air India Crew: अहमदाबाद में हुआ एयर इंडिया का विमान हादसा (Air India Plane Crash) पूरे देश के लिए एक गहरी त्रासदी बन गया। यह विमान, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेहगनीनगर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 12 चालक दल के सदस्यों सहित कई लोग अपनी जान गंवा बैठे। इनमें थे अनुभवी पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल, 11 साल से सेवा दे रहे दीपक पाठक, और अपने सपनों को सच कर रही युवा एयर होस्टेस जैसे रोशनी सोंगारे और मैथिली पाटिल। प्रत्येक व्यक्ति की अपनी कहानी थी, जो इस हादसे को और भी मार्मिक बनाती है।
कैप्टन सुमीत सभरवाल, 60 वर्षीय अनुभवी पायलट, इस उड़ान के सबसे वरिष्ठ सदस्य थे। मुंबई के पवई में जलवायु विहार में अपने 90 वर्षीय पिता के साथ रहने वाले सुमीत रिटायरमेंट के करीब थे। उनके पड़ोसी उन्हें एक शांत और अनुशासित व्यक्ति के रूप में याद करते हैं, जो अपनी एयर इंडिया की वर्दी में अक्सर आते-जाते दिखाई देते थे। रिटायरमेंट के बाद वह अपने पिता के साथ ज्यादा समय बिताने की योजना बना रहे थे। उनकी बहन दिल्ली में रहती हैं, जिनके दो बेटे भी कमर्शियल पायलट हैं। सुमीत की मृत्यु ने उनके परिवार और पवई के समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया। प्रारंभिक जांच के अनुसार, विमान में लंबी दूरी की उड़ान के लिए भारी मात्रा में ईंधन था, जिसके कारण विस्फोट और भी भयानक हुआ।
दीपक पाठक, बडलापुर के रहने वाले 11 साल से अधिक अनुभव वाले एयर इंडिया के फ्लाइट अटेंडेंट, इस विमान में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। दीपक हर उड़ान से पहले अपने परिवार को फोन करना कभी नहीं भूलते थे। उस दिन भी उन्होंने ऐसा ही किया। उनके परिवार को शुरुआत में उम्मीद थी कि वह सुरक्षित होंगे, क्योंकि उनका फोन बज रहा था। लेकिन जब अधिकारियों से पुष्टि हुई, तो परिवार का दिल टूट गया। दीपक को उनके रिश्तेदार एक कर्तव्यनिष्ठ और दयालु व्यक्ति के रूप में याद करते हैं। बडलापुर का समुदाय, जहां वह जाने जाते थे, इस हादसे से शोक में डूब गया।
सैनिता चक्रवर्ती, जिन्हें उनके दोस्त और पड़ोसी प्यार से ‘पिंकी’ बुलाते थे, 35 वर्ष की थीं और जुहू कोलीवाड़ा की रहने वाली थीं। उन्होंने हाल ही में गो एयर छोड़कर एयर इंडिया जॉइन किया था। उनके बचपन के दोस्त निकी डिसूजा ने बताया कि सैनिता मानेकजी कूपर स्कूल और मिठीबाई कॉलेज में पढ़ी थीं। वह अपने काम में पूरी तरह समर्पित थीं और उनकी मेहनत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया था। उनकी मृत्यु ने उनके दोस्तों और पड़ोसियों को गहरा दुख दिया। सैनिता की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा थी, जो अपने सपनों को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
मैथिली मोरेश्वर पाटिल, 24 वर्षीय युवा एयर होस्टेस, पनवेल के न्हावा गांव की थीं। साधारण पृष्ठभूमि से आने वाली मैथिली ने TS रहमान विद्यालय से 12वीं तक पढ़ाई की और फिर एविएशन कोर्स में दाखिला लिया। उनके परिवार ने आर्थिक तंगी के बावजूद उनका पूरा साथ दिया। एयर इंडिया में नौकरी मिलने के बाद वह अपने गांव की कई लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गईं। उनके पड़ोसी उनकी उपलब्धियों पर गर्व करते थे। हादसे की खबर सुनते ही गांववाले उनके घर के बाहर जमा हो गए। एक रिश्तेदार ने बताया कि मैथिली उस दोपहर ड्यूटी के लिए निकली थीं, और परिवार अब भी प्रार्थना कर रहा है।
रोशनी राजेंद्र सोंगारे, 27 वर्षीय डोम्बिवली की रहने वाली, इस उड़ान में फ्लाइट अटेंडेंट थीं। न्यू उमिया कृपा सोसाइटी में अपने माता-पिता और भाई के साथ रहने वाली रोशनी ने हाल ही में एयर इंडिया जॉइन किया था। उनका सपना एयर होस्टेस बनना था, और उनकी वर्दी उनके पड़ोस के लिए गर्व का कारण थी। उनके इंस्टाग्राम पर 54,000 फॉलोअर्स थे, जहां वह अपनी जिंदगी के पल साझा करती थीं। हादसे की खबर मिलते ही उनके परिवार ने मुंबई हवाई अड्डे की ओर दौड़ लगाई। डोम्बिवली के विधायक रविंद्र चव्हाण ने उनके परिवार की मदद के लिए आपातकालीन विभाग से संपर्क किया।
यह हादसा न केवल इन चालक दल के सदस्यों के परिवारों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा नुकसान है। प्रत्येक व्यक्ति की अपनी कहानी थी, जो उनकी मेहनत, सपनों और समर्पण को दर्शाती है। अहमदाबाद विमान हादसा (Air India Plane Crash) ने इन सभी की जिंदगियों को एक पल में छीन लिया। प्रारंभिक जांच में पक्षी से टकराव को हादसे का संभावित कारण बताया जा रहा है, लेकिन DGCA अभी पूरी जांच कर रहा है।
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