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अमेरिका ‘सुरक्षित लोकतंत्र’… ये भ्रम टूटा, डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के बाद बोले पूर्व राजनयिक

डोनाल्ड ट्रंप
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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला हुआ और इससे पूरी दुनिया हैरान है। दुनिया भर के नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। विदेशी मामलों के विशेषज्ञ रबिंदर सचदेव ने ट्रंप को विभाजनकारी व्यक्ति बताया, लेकिन साथ ही इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण भी कहा। पूर्व राजनयिक जितेंद्रनाथ मिश्र ने कहा कि ये हमला अमेरिका के सुरक्षित लोकतंत्र होने के भ्रम को तोड़ता है।

पेंसिल्वेनिया में रैली के दौरान हमला
बता दें कि ये घटना पेंसिल्वेनिया राज्य में एक रैली के दौरान हुई। 20 वर्षीय हमलावर ने गोलीबारी की, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। हालांकि हमलावर को भी मार गिराया गया।

अमेरिका की छवि पर सवाल
जितेंद्रनाथ मिश्र, जो पुर्तगाल और लाओस में भारतीय राजदूत रह चुके हैं, ने कहा कि ट्रंप पर हमला अमेरिका की सुरक्षित लोकतंत्र की छवि को धूमिल करता है। ये हमला अमेरिका के विदेश में लोकतंत्र की वकालत करने के प्रयासों पर भी सवाल उठाता है। मिश्र ने कहा कि इस घटना के बाद यूएस सीक्रेट सर्विस भी जांच के दायरे में आएगी।

ट्रंप की प्रतिक्रिया
हमले के बाद, खून से लथपथ ट्रंप ने अपनी मुट्ठी ऊपर उठाई, जो उनके संकल्प और डेमोक्रेटिक पार्टी से लड़ने के जोश को दर्शाता है। ये संदेश देता है कि वो अपने समर्थकों के साथ मजबूती से खड़े हैं।

रबिंदर सचदेव की राय
रबिंदर सचदेव ने ट्रंप को एक विभाजनकारी व्यक्ति बताया और कहा कि ऐसी संभावना है कि हमलावर उनसे नफरत करने वाला कोई व्यक्ति था, जो उनकी नीतियों के कारण उन्हें मारना चाहता था। उन्होंने इस घटना को बेहद चौंकाने वाला और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

डोनाल्ड ट्रंप पर हुए इस हमले ने अमेरिका के सुरक्षित लोकतंत्र की छवि को चुनौती दी है। ये घटना न सिर्फ अमेरिका के भीतर बल्कि दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गई है। नेताओं और विशेषज्ञों ने इस घटना की निंदा की है और इससे जुड़े कई सवाल उठाए हैं।

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