हरियाणा में बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने जा रही है, विधानसभा चुनाव परिणाम में इस बार पार्टी और भी ज्यादा मजबूत होकर उभरी है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी चुनाव में हिस्सा लिया, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत सकी। अब आम आदमी पार्टी के प्रमुख और पूर्व दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा चुनाव परिणाम पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा कि इन चुनावों से ये बड़ा सबक मिला है कि चुनावों में ओवर कॉन्फिडेंट नहीं होना चाहिए।
AAP और कांग्रेस का गठबंधन नहीं बन सका
चुनाव से पहले AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन दोनों पार्टियां सीट बंटवारे पर सहमत नहीं हो सकीं। AAP ने 90 में से 89 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, लेकिन अधिकांश सीटों पर पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के पीछे रही। इससे पहले केजरीवाल ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि AAP के समर्थन के बिना हरियाणा में सरकार बनना मुश्किल होगा।
दिल्ली चुनाव पर ध्यान
केजरीवाल ने अपने पार्षदों को अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए कड़ी मेहनत करने को कहा। उन्होंने विशेष रूप से ध्यान दिलाया कि दिल्ली में कूड़े का सही संग्रह और निपटान सुनिश्चित करना चुनाव जीतने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
चुनाव में ओवर कॉन्फिडेंस न हो
केजरीवाल ने कहा कि हर चुनाव में जीतने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि हर सीट चुनौतीपूर्ण होती है।
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