अगर आपने ऊबर कैब से सफर किया है, या करने की सोच रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए जरूरी है। कई ऊबर कैब ड्राइवर यात्रियों को चूना लगाने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। उनका लेटेस्ट तरीका है – नकली किराए की फोटो दिखाकर ज्यादा पैसे मांगना।
ऊबर को हाल ही में यात्रियों से शिकायतें मिली हैं कि कुछ ड्राइवर ज्यादा पैसा वसूलने के लिए फर्जी किराए की तस्वीरें दिखाकर धोखा देते हैं। ये तस्वीरें हूबहू ऊबर ऐप जैसी ही दिखती हैं, जिससे यात्रियों को पता भी नहीं चल पाता।
ऊबर का सुझाव : ऐसे बचें ठगी से
ऊबर ने इस मामले में यात्रियों को कुछ सलाह दी है। इन्हें अपनाकर आप खुद को ऐसे फर्जीवाड़े से बचा सकते हैं:
कैब आते ही जांच कर लें: जैसे ही आपकी बुकिंग की कैब आपके सामने आए, सबसे पहले ऐप में दी गई ड्राइवर और गाड़ी की पूरी जानकारी से मिलान कर लें। देख लीजिए कि ड्राइवर वो ही है, जिसकी फोटो ऐप पर है, गाड़ी का नंबर भी चेक कर लें।
PIN शेयर करें और वेरीफाई करें: कैब बुक करने पर आपको एक पिन नंबर मिलता है। उसे ड्राइवर को बताएं। जैसे ही ड्राइवर वो नंबर डालेगा, आपके ऐप पर ट्रिप वेरिफाई का मैसेज आएगा। इसके बाद ही आप आगे बढ़ें।
ट्रिप खत्म होने पर ऐप चेक करें: जब आप अपनी मंजिल पर पहुंच जाएं और ड्राइवर अपने ऐप पर ट्रिप बंद करे, आपके पास भी एक नोटिफिकेशन आएगा। इसमें आपको कितनी रकम देनी है ये लिखा होगा।
ज्यादा पैसे मांगे तो क्या करें?: अगर ड्राइवर कहता है कि आपको ज्यादा पैसे देने हैं तो बिल्कुल भी ना मानें। अगर वो फर्जी फोटो का हवाला देता है, तो उससे अपना ऐप रिफ्रेश करने को कहें। फर्जी फोटो रिफ्रेश होते ही गायब हो जाएगी। फिर भी अगर ड्राइवर अपनी बात पर अड़ा है तो उसकी फर्जी फोटो का सबूत ले लें और तुरंत ऊबर को रिपोर्ट करें।
ऐसी घटनाएं बताती हैं कि आजकल ठगों के तरीके कितने एडवांस हो गए हैं। इसलिए सावधान रहना बहुत जरूरी है, खासकर ऐप बेस्ड कैब सर्विस इस्तेमाल करते समय। हमेशा सिर्फ ऊबर के ऑफिशियल ऐप से ही कैब बुक करें। ऐप पर दिखाए गए किराए के अलावा एक भी पैसा ज्यादा ना दें।
ये भी पढ़ें: शिवसेना नेता को लेने जा रहा हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, Live वीडियो आया सामने