Ayodhya Ram Mandir: इन दिनों अयोध्या में भगवान श्रीराम लला की स्थापना व प्राणप्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर है. अयोध्या में होने वाले जश्न का जोश न सिर्फ अयोध्या में, बल्कि पूरे देश में देखी जा रही है. भगवान श्री राम को अनेकों नामों से जाना जाता है, जिनमें मर्यादा पुरुषोत्तम के अलावा, रघुवंशी, रघुकुल, रघुनंदन जैसे नाम भी शामिल हैं. यहां एक नाम करीब सबमें कॉमन है और वो है रघु. सोचने वाली बात है, कि श्रीराम तो दशरथ जी के पुत्र थे, तो फिर उन्हें रघुनंदन क्यों कहा जाता है? आखिर क्या है इस रघु के नाम का मतलब? और भगवान राम के वंश रघुवंश का नाम क्यों पड़ा इस रघु पर? क्या आपको पता है? नहीं, तो आइए हम आपको बताते हैं.
इस तरह श्रीराम के वंश का नाम रघुवंश पड़ा (Ayodhya Ram Mandir)
इस बात से तो हर हिंदु वाकिफ है, कि भगवान श्रीराम के पिता का नाम दशरथ था, लेकिन उनके बाद का क्या? तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दशरथ के पिता का नाम अज था. अज के पिता का नाम नाभाग, नाभाग के पिता का नाम ययाति, ययाति के पिता का नाम नहुष, नहुष के पिता का नाम अम्बरीश, अम्बरीश के पिता का नाम प्रशूश्रुक, प्रशूश्रुक के पिता का नाम मरू, मरु के पिता का नाम शीघ्रग, उनके पिता का नाम अग्निवर्ण, अग्निवर्ण के पिता का नाम सुदर्शन, सुदर्शन के पिता का नाम शंखण्, शंखण् के पिता का नाम प्रवृद्ध और प्रवृद्ध के पिता का नाम राघु था. उन्हीं रघु के नाम पर भगवान श्रीराम के वंश रघुवंश का नाम पड़ा. भगवान श्रीराम के पूर्वज रघु बहुत ही ओजस्वी, तेजस्वी और पराक्रमी थे. (Ayodhya Ram Mandir)
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