Baba Siddiqui Passes Away: तीन बार के विधायक और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी का हाल ही में निधन हो गया। उन्हें राजनीति के साथ-साथ सलमान और शाहरुख खान की दोस्ती को फिर से जोड़ने के लिए भी जाना जाता है, जो एक समय पर बिखर चुकी थी।
सलमान और शाहरुख की दोस्ती के पीछे बाबा सिद्दीकी की अहम भूमिका
मुंबई के बांद्रा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक रहे एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी का हाल ही में निधन हो गया। उन्हें अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी, जिससे महाराष्ट्र की राजनीति और बॉलीवुड के साथ उनके गहरे संबंधों पर एक विराम लग गया। बाबा सिद्दीकी को खासतौर पर सलमान खान और शाहरुख खान की सालों से चली आ रही दुश्मनी को खत्म करने के लिए याद किया जाएगा।
2013 में, जब दोनों सुपरस्टार के बीच एक दशक से अधिक समय से दूरियां बनी हुई थीं, तब बाबा सिद्दीकी ने अपनी इफ्तार पार्टी के दौरान दोनों को एक मंच पर बुलाया। उनके इस प्रयास के बाद सलमान और शाहरुख की दोस्ती ने फिर से रफ्तार पकड़ी। इस घटना की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए थे, और लोगों ने बाबा सिद्दीकी की सराहना की कि उन्होंने बॉलीवुड के इन दो दिग्गजों के रिश्ते को सुधारने में अहम भूमिका निभाई। बाबा सिद्दीकी निधन (Baba Siddiqui Passes Away) ने न केवल राजनीति में बल्कि बॉलीवुड में भी एक बड़ा असर छोड़ा है।
राजनीति और बॉलीवुड में अहम भूमिका
बाबा सिद्दीकी का राजनीतिक करियर चार दशकों से अधिक का रहा है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1977 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) से की थी। 1999, 2004 और 2009 में उन्होंने कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार में मंत्री पद संभाला। 1992 से 1997 के बीच, उन्होंने नगरसेवक के रूप में काम किया और बांद्रा के विकास में बड़ा योगदान दिया। इसके बाद, वे तीन बार बांद्रा विधानसभा से विधायक चुने गए।
राजनीति में रहते हुए भी, बाबा सिद्दीकी का बॉलीवुड से गहरा रिश्ता था। उनके लिए यह कहना गलत नहीं होगा कि वे राजनीति और बॉलीवुड के बीच एक कड़ी के रूप में काम करते थे। राजनीति और बॉलीवुड में भूमिका (Role in Politics and Bollywood) में उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि शायद शाहरुख और सलमान की दोस्ती को फिर से जोड़ना था। यह घटना उस समय की है जब 2008 में कटरीना कैफ की जन्मदिन पार्टी में दोनों के बीच झगड़ा हुआ था, जिससे वे एक-दूसरे से दूर हो गए थे। इस झगड़े के बाद, दोनों सितारों ने सालों तक एक-दूसरे से बात तक नहीं की।
हालांकि, 2013 में बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी ने इस टूटे हुए रिश्ते को फिर से जोड़ दिया। इस पल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं और इस घटना ने बाबा सिद्दीकी को बॉलीवुड और राजनीति दोनों जगहों पर चर्चा का विषय बना दिया।
बाबा सिद्दीकी का राजनीतिक सफर
बाबा सिद्दीकी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की और कई महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे। वे नगरसेवक के रूप में भी चुने गए थे और 1999 से 2009 तक तीन बार विधायक बने। उनके राजनीतिक जीवन की खास बात यह थी कि वे हमेशा आम जनता के मुद्दों को प्रमुखता से उठाते थे और अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम करते थे।
हाल ही में, उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर एनसीपी में शामिल होने की घोषणा की थी। इसके बाद से उनके राजनीतिक जीवन में नए मोड़ आने की संभावनाएं थीं, लेकिन उनके आकस्मिक निधन ने इस सफर को बीच में ही रोक दिया। उनकी मृत्यु से महाराष्ट्र की राजनीति में एक खालीपन आ गया है, जिसे भर पाना मुश्किल होगा। राजनीति और बॉलीवुड में भूमिका (Role in Politics and Bollywood) में उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा, खासतौर पर सलमान और शाहरुख की दोस्ती के पुनर्संयोजन में उनकी भूमिका के लिए।
#BabaSiddiqui, #SalmanShahRukh, #BollywoodPolitics, #MaharashtraPolitics, #CelebrityConnections
ये भी पढ़ें: Hit Formula in Haryana: भाजपा का बड़ा कदम; महाराष्ट्र और झारखंड में 30% से अधिक विधायकों के टिकट काटने की तैयारी!