मराठवाड़ा क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखने की तैयारी शुरू हो चुकी है। 17 सितंबर को मनाए जाने वाले मराठवाड़ा मुक्ति दिवस से पहले महाराष्ट्र सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। सरकार ने अहिल्यानगर-बीड-परली वैजनाथ ब्रॉड-गेज रेलवे परियोजना के लिए 150 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं।
यह राशि जारी होने के साथ ही अब तक इस परियोजना को कुल 2,091 करोड़ रुपये का बजट मिल चुका है। उपमुख्यमंत्री और बीड जिले के संरक्षक मंत्री अजित पवार ने 15 सितंबर को इस फैसले की घोषणा की। इसे बीड और पूरे मराठवाड़ा क्षेत्र के लिए विकास का नया अध्याय माना जा रहा है।
परियोजना की मुख्य झलकियां
रेलवे लाइन की लंबाई 261 किलोमीटर होगी।
कुल लागत करीब 4,805 करोड़ रुपये तय की गई है।
इसमें 50% (2,402 करोड़ रुपये) राज्य सरकार और बाकी केंद्र सरकार देगी।
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए ताज़ा आवंटन 150 करोड़ रुपये किया गया है।
यह लाइन अहिल्यानगर, बीड, परली वैजनाथ और आसपास के इलाकों को जोड़ेगी, जिससे स्थानीय स्तर पर आर्थिक और सामाजिक विकास की रफ्तार बढ़ेगी।
अजित पवार का बयान
अजित पवार ने कहा कि यह परियोजना किसानों, छात्रों, उद्यमियों, व्यापारियों और आम नागरिकों की जिंदगी में बदलाव लाएगी। उन्होंने दावा किया कि रेल कनेक्टिविटी से निवेश बढ़ेगा, रोज़गार के अवसर मिलेंगे और लोगों को बेहतर संपर्क मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि बीड जिले की ज़िम्मेदारी संभालने के बाद उन्होंने हवाई अड्डा, सड़क और रेलवे जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को सबसे ऊपर रखा है।
विकास की नई उम्मीदें
इस रेल मार्ग पर सेवाओं की शुरुआत 17 सितंबर से होने जा रही है। लंबे समय से इस क्षेत्र के लोग रेल कनेक्टिविटी की मांग कर रहे थे, जो अब पूरी होने वाली है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस परियोजना से न केवल रोज़गार और व्यापार को गति मिलेगी, बल्कि मराठवाड़ा क्षेत्र में पर्यटन और उद्योगों को भी नई पहचान मिलेगी।
लाखों लोगों के लिए यह रेल परियोजना एक ऐसे सपने का साकार होना है, जो अब तक अधूरा था। बीड और मराठवाड़ा के लिए यह कदम विकास और प्रगति की दिशा में बड़ा मील का पत्थर साबित होगा।