बिहार के पुर्णियां से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव पर रंगदारी मांगने का आरोप लगा है। यहां तक कि उनके खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है। खबर है पप्पू यादव पर पूरे1 करोड़ रुपये का रंगदारी मांगने का आरोप लगा है। पुर्णिया के ही एक फर्नीचर व्यापीर ने उनपर ये गंभीर आरोप लगाते हुए एपआईआर दर्ज करवाया है। व्यापारी का आरोप है कि पप्पू यादव और उनके साथियों ने उनसे पूरे 1 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगते हुए कहा कि, अगर पुर्णिया में रहना है तो 1 रुपये देना होगा। और अगर ये रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी तक दी। हालांकि सांसस पप्पू यादव ने अपने ऊपर लगे इस आरोप को पूरी तरह से गलत बताया है।
व्यापारी ने और क्या कुछ कहा?
फर्नीचर व्यापीर राजा के अनुसार पप्पू याद और उनके साथियों ने मिलकर पहले तो उनसे 10 लाख रुपये की डिमांड की, फिर 15 लाख, फिर 25 लाख और अब इस रकम को बढ़ाकर उन्होंने 1 करोड़ कर दिया। राजा ने बताया कि पप्पू यादव की ओर से ये रकम फोन और व्हाट्सएप कॉल के जरिये मांगी गई है। इस बात का जिक्र उन्होंने FIR में भी किया है। अब पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
पप्पू यादव ने क्या कहा?
अपने ऊपर लगे इस आरोप को लेकर पप्पू यादव का कहना है कि, ये आरोप उनकी छवी को खराब करने की कोशिश है। अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर उन्होंने लिखा है कि, “देश-प्रदेश की राजनीति में मेरे बढ़ते प्रभाव और आम लोगों के बढ़ते स्नेह से परेशान लोगों ने आज पुर्णियां में घृणित षड्यंत्र रचा है। एख अधिकारी और विरोधियों की इस साजिश को पूर्ण रूप से बेनकाब करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के अधीन इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाए, जो दोषी हों उसे फांसी दे दें।”
देश प्रदेश की राजनीति में मेरे बढ़ते प्रभाव और आम लोगों के बढ़ते स्नेह से परेशान लोगों ने आज
पूर्णिया में घृणित षड्यंत्र रचा है। एक अधिकारी और विरोधियों के इस साज़िश को पूर्ण रूप से बेनक़ाब करेंगे।सुप्रीम कोर्ट के अधीन इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाय, जो दोषी हो उसे फांसी दे दें।
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) June 10, 2024
कौन हैं पप्पू यादव?
गौरतलब है कि लेकसभा चुनाव 2024 में पप्पू यादव ने पुर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। पहले वो कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन महागठबंधन में जब सीटों का बंटवारा हुआ तो ये सीट आरजेडी को दे दी गई थी, जिसकी वजह से पप्पू यादव नाराज हो गए और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया और जीत गए। वैसे तो बिहार में पप्पू यादव की छवी दबंग नेता के तौर पर रही है, लेकिन वो लोगों की मदद के लिए भी मशहूर हैं।
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