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BJP’s Masterstroke: योगी कैसे बने BJP का ‘ब्रह्मास्त्र’! जहां की रैली, वहां मिली 100 % जीत! 4 चुनाव के आंकड़े दे रहे गवाही

BJP's Masterstroke: योगी कैसे बने BJP का 'ब्रह्मास्त्र'! जहां की रैली, वहां मिली 100 % जीत! 4 चुनाव के आंकड़े दे रहे गवाही

BJP’s Masterstroke: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ऐसे नेता बन चुके हैं, जिनकी चुनावी रैलियां विरोधियों के लिए एक चुनौती साबित होती हैं। चाहे महाराष्ट्र हो, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर या झारखंड, योगी की उपस्थिति ने बीजेपी की जीत की संभावनाओं को और मजबूत किया है। उनकी रैलियों का प्रभाव इतना गहरा है कि उन्हें बीजेपी का ‘ब्रह्मास्त्र’ कहा जाता है। अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी योगी आदित्यनाथ बीजेपी के स्टार प्रचारक के तौर पर 14 रैलियां करेंगे। सवाल यह है कि क्या दिल्ली में भी योगी का जादू चलेगा?


BJP’s Masterstroke: योगी आदित्यनाथ की रैलियों का असर

योगी आदित्यनाथ जहां भी रैली करते हैं, वहां जीत की गारंटी मानी जाती है। इसके उदाहरण पिछले चुनावों में साफ दिखते हैं। जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड जैसे राज्यों में योगी ने जिस भी विधानसभा क्षेत्र में प्रचार किया, वहां बीजेपी के प्रत्याशी जीत दर्ज करने में सफल रहे।

जम्मू-कश्मीर में उन्होंने चार सीटों पर प्रचार किया और सभी पर जीत हासिल की। महाराष्ट्र में 12 सीटों पर प्रचार किया, जिसमें 11 सीटें बीजेपी के खाते में गईं। हरियाणा में योगी ने 14 सीटों पर रैलियां कीं, जिनमें से 9 सीटों पर जीत दर्ज हुई।

झारखंड में, हालांकि, उनका स्ट्राइक रेट थोड़ा कम रहा। उन्होंने 13 सीटों पर प्रचार किया, लेकिन केवल 5 सीटें ही बीजेपी जीत सकी। इसके बावजूद, योगी का ओवरऑल प्रदर्शन शानदार माना जाता है।


दिल्ली चुनाव में योगी की भूमिका

दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को अपने स्टार प्रचारक के तौर पर उतारा है। योगी दिल्ली में कुल 14 रैलियां करेंगे। यह देखा गया है कि योगी की रैलियों से बीजेपी को सीधा फायदा होता है। दिल्ली चुनाव में उनकी भूमिका इस बार और भी खास मानी जा रही है, क्योंकि पार्टी को उनके प्रभावशाली भाषणों से मतदाताओं को जोड़ने की उम्मीद है।

दिल्ली की राजनीति में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की मजबूत पकड़ है। ऐसे में बीजेपी योगी आदित्यनाथ के जरिए मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है।


योगी के भाषणों की ताकत

योगी आदित्यनाथ के भाषण उनकी सबसे बड़ी ताकत हैं। उनके भाषणों में न केवल पार्टी की नीतियों का समर्थन होता है, बल्कि विरोधी पार्टियों पर तीखे हमले भी शामिल होते हैं। उनके नारों का असर इतना होता है कि मतदाता सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं। महाराष्ट्र चुनाव के दौरान उनका दिया नारा “बटेंगे तो कटेंगे” खूब चर्चा में रहा था और बीजेपी को इसका फायदा भी मिला।

योगी आदित्यनाथ का चुनावी प्रचार केवल भाषणों तक सीमित नहीं है। उनकी छवि एक मजबूत, सख्त और राष्ट्रवादी नेता की है, जो पार्टी के लिए एक बड़ा प्लस पॉइंट है।


क्या दिल्ली में भी चलेगा योगी का जादू?

दिल्ली चुनाव में योगी आदित्यनाथ की रैलियां कितनी प्रभावी होंगी, इसका जवाब 8 फरवरी को चुनावी नतीजों के बाद मिलेगा। लेकिन बीजेपी को भरोसा है कि योगी की लोकप्रियता और उनकी रैलियों का प्रभाव यहां भी दिखेगा। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग होगी, जिसमें योगी की रैलियों का परिणाम साफ नजर आएगा।


योगी की रैलियों का रिकॉर्ड

महाराष्ट्र चुनाव में योगी ने 12 सीटों पर प्रचार किया, जिसमें से 11 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। हरियाणा में उन्होंने 14 सीटों पर प्रचार किया और 9 पर जीत मिली। जम्मू-कश्मीर में योगी ने 4 सीटों पर प्रचार किया और सभी सीटें बीजेपी ने जीतीं। झारखंड में 13 सीटों पर रैली की, लेकिन सिर्फ 5 पर ही जीत मिली। इन आंकड़ों से साफ है कि योगी आदित्यनाथ बीजेपी के लिए एक मजबूत प्रचारक हैं, जिनकी रैलियां चुनावी समीकरण बदलने की क्षमता रखती हैं।


योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी के लिए एक ऐसा चेहरा बन चुके हैं, जो चुनावी जीत की गारंटी देता है। उनकी लोकप्रियता केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी उनकी मांग बढ़ती जा रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका कितनी अहम होगी, यह तो नतीजे ही बताएंगे, लेकिन इतना तय है कि योगी की रैलियों ने बीजेपी के प्रचार अभियान को एक नई ऊर्जा दी है।


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