Black Magic: क्या आपने कभी ‘हत्था जोड़ी’ के बारे में सुना है? कुछ अंधविश्वासी लोग इसे किस्मत बदलने वाला मानते हैं। इसी के चलते, बेज़ुबान छिपकलियों का शिकार किया जाता है। नासिक के पास जंगलों में भी कुछ ऐसा ही हो रहा था, लेकिन DRI के अफसरों ने उनका सारा खेल बिगाड़ दिया।
जंगली जानवरों की तस्करी एक संगीन जुर्म है। कुछ लोग अंधविश्वास में या फिर लालच में आकर दुर्लभ जीवों की तस्करी करते हैं। इन जानवरों के अंगों का इस्तेमाल तांत्रिक क्रियाओं, काले जादू, या गलत धारणाओं से बनी दवाइयों के लिए किया जाता है – ये सब पूरी तरह से गैरकानूनी है।
DRI (डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) को जानकारी मिली कि नासिक के पास एक गिरोह जंगली छिपकलियों के अंग (‘हत्था जोड़ी’) और ‘इंद्रजाल’ (एक प्रकार का समुद्री पौधा) बेचने वाले हैं। DRI के अफसरों ने एक गुप्त प्लान बनाकर तस्करों को पकड़ने का फैसला किया।
ये तस्कर बेहद शातिर थे। पहले इन्होंने खरीददारों को रेलवे स्टेशन पर बुलाया, फिर करीब 3 घंटे तक उन्हें इधर-उधर घुमाते रहे। आखिरकार, इन्होंने एक सुनसान से गांव में रुकने का फैसला किया। इस बीच, DRI की टीम सादे कपड़ों में उनका पीछा कर रही थी।
तस्करों ने इलाके की कड़ी निगरानी करने के लिए बाइक पर घूमने वाले साथी भी रखे हुए थे। अंबेडकर जयंती के चलते बहुत सी गाड़ियों पर नीले झंडे लगे थे – DRI की टीम ने इसी का फायदा उठाया और अपनी गाड़ी में भी नीला झंडा लगा लिया, ताकि तस्करों को उनपर शक ना हो।
जैसे ही तस्कर माल लेकर पहुंचा, DRI की टीम ने उसे पकड़ने की कोशिश की। लेकिन तस्करों के साथियों ने हंगामा कर दिया और ग्रामीणों को भी इकट्ठा कर लिया। उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। इसी मौके का फायदा उठा कर तस्कर भागने की कोशिश करने लगे।
लेकिन DRI के अफसर कहां हार मानने वाले थे। उन्होंने जान पर खेल कर तस्करों को काफी दूर तक दौड़ाया, और उन्हें पकड़ लिया। तस्करों के पास से 781 हत्था जोड़ी और 19.6 किलो इंद्रजाल बरामद किया गया।
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