मुंबई

BMC: मालाबार हिल जलाशय पुनर्निर्माण के लिए BMC ने आम जनता से मांगा सुझाव 

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Malabar Hill reservoir reconstruction (Photo Credits: Web )

BMC: आए दिन हम ये सोचते हैं या अपने आस-पास के लोगों से चर्चा करते हैं कि रोजमर्रा की जिंदगी में हम जिन भी प्रशासनिक चुनौतियों का सामना करते हैं, उनके लिए हमारा प्रशासन हम आम नागरिकों से कोई सुझाव क्यों नहीं मांगता. तो अब BMC ने आपके लिए एक सुनहरा मौका भेजा है.  जी हां, मुंबई में बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने नागरिकों को अगले 15 दिनों के भीतर मालाबार हिल जलाशय के पुनर्निर्माण के लिए सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया है. एक समिति सुझावों की समीक्षा करेगी और 15 जनवरी तक अपनी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी.

तो आप अगले 15 दिनों के भीतर यानि 15 दिसंबर तक अपना सुझाव mhriit.suggestion@gmail.com पर ईमेल कर सकते हैं. अतिरिक्त नगर निगम आयुक्त पी वेलरासु ने बताया कि  8 नवंबर को गठित विशेषज्ञ समिति, जो पुनर्निर्माण और क्षमता की व्यवहार्यता का अध्ययन कर रही है, वो एक महीने में सुझावों की समीक्षा करेगी.

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Malabar Hill reservoir reconstruction (Photo Credits: Web )

बता दें कि बीएमसी द्वारा जारी किये गए नोटिस में स्पष्ट रूप से फ़िरोज़शाह मेहता गार्डन, जिसे हैंगिंग गार्डन के नाम से भी जाना जाता है, के अंतर्गत आने वाले जलाशय के पुनर्निर्माण की पद्धति के बारे में ही सुझाव मांगा गया है.

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सात सदस्यी समिति के मेंबर राहुल कादरी का कहना है कि हमारा काम वार्डों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना है और इसके लिए जलाशय के लिए जो कुछ भी करने की आवश्यकता है, उसकी सिफारिश करना है, चाहे वह मरम्मत हो या पुनर्निर्माण. अन्य सदस्यों में आईआईटी बॉम्बे के चार विशेषज्ञ शामिल हैं – प्रोफेसर अशोक गोयल, आर एस जांगिड़, जोथी प्रकाश और दासका मूर्ति; दो सिविल इंजीनियर और स्थानीय प्रतिनिधि – डॉ. वासुदेव नोरी और ए सेठ; और उप नगर आयुक्त (विशेष इंजीनियरिंग) सी एच कंडलकर.

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Malabar Hill reservoir reconstruction (Photo Credits: Web )

समिति सुझावों का मूल्यांकन करेगी और 15 जनवरी तक अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपेगी. मूल रूप से इसे 1 दिसंबर तक रिपोर्ट जमा करनी थी, लेकिन 28 नवंबर को, संरक्षक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने नगर निगम आयुक्त इकबाल एस चहल को पत्र लिखकर 45 दिन के विस्तार की मांग की थी. ऐसा इसलिए था क्योंकि समिति की कोई आधिकारिक बैठक नहीं बुलाई गई थी, और सदस्यों के पास जलाशय तक कोई भौतिक पहुंच नहीं थी, लेकिन केवल चित्र, पिछली रिपोर्ट और अध्ययन थे. राहुल कादरी ने आगे बता कि लोढ़ा ने गुरुवार को एक बैठक की और अब हम 8 दिसंबर को जलाशय का दौरा करेंगे.

 

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