Cancer Hospital Mumbai: मुंबई के टाटा कैंसर हॉस्पिटल में देशभर से कैंसर के मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं, जिसकी वजह से मरीजों की भीड़ काफी ज्यादा हो जाती है और हर किसी को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ जाता है. ऐसे में अब सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों के साथ-साथ राज्य की नगरपालिकाओं का भी मानना है कि कैंसर मरीजों के लिए इलाज की सुविधाएं बढ़ाने की बहुत आवश्यकता है.
नायर अस्पताल में शुरू हुआ कैंसर अस्पताल बनाने का काम
मुंबई में BMC के नायर अस्पताल में कैंसर मरीजों के इलाज के लिए अलग से 10 मंजिला इमारत बनाई जा रही है. उम्मीद है कि साल 2026 तक ये इमारत पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगी और फिर पूरी क्षमता से यहां पर कैंसर पीड़ितों का इलाज करने की शुरुआत हो जाएगी.
गौरतलब है कि नायर अस्पताल में साल 1998 से ही रेडियो ऑन्कोलॉजी विभाग काम कर रहा है, जहां कैंसर मरीजों का इलाज होता आ रहा है. इसके अलावा साल 2007 में ही रेडियो ऑन्कोलॉजी विभाग की शुरुआत की गई थी, जो लगातार कार्यरत है. इसके अलावा साल 2013 में कीमो थेरेपी उपचार के लिए नायर अस्पताल में डे-केयर सुविधा की भी शुरुआत की गई थी.
नायर अस्पताल में पहले से ही हो रहा कैंसर का इलाज (Cancer Hospital Mumbai)
पिछले 3 वर्षों में 700 से ज्यादा बच्चों और 7,700 व्यक्तियों का इलाज यहां पर कीमोथेरेपी के जरिये किया गया है. नायर अस्पताल के सर्जरी विभाग में आंत, पेट, स्तन, गर्भाशय, आंत, गले और सिर सहित कई तरह के कैंसर की सर्जरी की जाती रही है. साल 2022 के डेटा पर ध्यान दें तो उस साल कुल 644 मरीजों का ऑपरेशन यहां पर किया गया था.
दिन-ब-दिन नायर अस्पताल में कैंसर मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मनपा प्रशासन ने यहां पर कैंसर विभाग को बढ़ाने का निर्णय लिया है. इसी के मद्देनजर नायर अस्पताल में नई 10 मंजिला इमारत बनाई जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस अस्पताल में कुल 70 बेड होंगे, जिनमें 20 बेड कीमोथेरेपी वाले पेशेंट के लिए, तो 50 बेड रेडियोथेरेपी वाले पेशेंट के लिए उपलब्ध रहेंगे. इसके अलावा भी हर तरह की सुविधा यहां पर मौजूद रहेगी, जैसे- ऑपरेशन थियेटर, ब्रैकीथेरेपी, टेलीथेरेपी इत्यादी.
ये भी पढ़ें: NCRB Crime Report: अपराध के मामले में मुंबई है दूसरे नंबर पर, NCRB की ये Crime Report कर देगी परेशान
इन सुविधाओं से लैस होगा कैंसर अस्पताल
नायर अस्पताल में बनने वाले कैंसर हॉस्पीटल के पहली मंजिल पर बाल चिकित्सा अनुभाग होगा, तो दूसरी मंजिल पर परीक्षण की सुविधाएं मौजूद रहेंगी, जबकि इसके छठी मंजिल पर महिला मरीजों के लिए विशेष सेक्शन होगा. यही नहीं पुरुषों के लिए सातवीं मंजिल पर इलाज की सुविधा रहेगी. इतना ही नहीं पालतू जानवरों के लिए इमारत की दूसरी मंजिल पर स्कैन की सुविधाएं मौजूद होंगी. इन सबके अलावा इमारत की नौवीं मंजिल पर एक लाइब्रेरी और एक सेमिनार हॉल भी मौजूद रहेगा.
ये भी पढ़ें: Badlapur: अब ‘जामुनी शहर’ के नाम से जाना जाएगा बदलापुर, इस वजह से मिला ये नाम