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बच्चों के लिए जानलेवा है 4 राज्यों में फैला चांदीपुरा वायरस, 100 में से 70 की हो सकती है मौत

चांदीपुरा वायरस
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चांदीपुरा वायरस: इन दिनों देश के 4 राज्यों में चांदीपुरा वायरस ने पांव पसार रखा है, जो आम लोगों से लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए काफी चिंता का विषय बन गया है। इस वायरस की वजह से अब तक मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान (NIV) पुणे को अलर्ट पर रखा गया है।

क्या है चांदीपुरा वायरस?
चांदीपुरा वायरस एक घातक वायरस है जो बच्चों में तेजी से फैल रहा है। इस वायरस का नाम महाराष्ट्र के नागपुर के पास स्थित चांदीपुरा गांव से लिया गया है, जहां 1965 में इसका पहला केस पाया गया था। इसके बाद 2004, 2006 और 2019 में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में भी इसके केस रिपोर्ट किए गए।

चांदीपुरा वायरस के लक्षण
एम्स के पीडियाट्रिक विभाग के पूर्व एचओडी डॉ. एम बाजपेयी के अनुसार, चांदीपुरा वायरस के लक्षण फ्लू के समान होते हैं। इसमें बुखार, सिरदर्द, डायरिया, और दौरे पड़ सकते हैं। ये वायरस बहुत जल्दी ब्रेन को प्रभावित करता है, जिससे बच्चा कोमा में जा सकता है और उसकी मौत भी हो सकती है। डॉ. बाजपेयी ने कहा कि इस वायरस में मोर्टेलिटी 56 से 70 फीसदी तक हो सकती है।

चांदीपुरा वायरस से बचाव के उपाय
हाइजीन का ध्यान रखें: बच्चों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
फुल स्लीव्स वाले कपड़े पहनाएं: मच्छरों से बचाव के लिए बच्चों को फुल स्लीव्स वाले कपड़े पहनाएं।
लक्षण दिखाई देने पर तुरंत अस्पताल जाएं: अगर बच्चों में फ्लू जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत अस्पताल जाएं।
जल्दी इलाज कराएं: इस वायरस का कोई एंटी वायरस थेरेपी नहीं होती, इसलिए जल्दी अस्पताल पहुंचना महत्वपूर्ण है।

वायरस का फैलाव
चांदीपुरा वायरस गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश के बच्चों को अपनी चपेट में ले चुका है। गुजरात के साबरकांठा, अरवल्ली, महिसागर और राजकोट में इसके मामले सामने आए हैं। इन सभी बच्चों के खून के सैंपल पुणे की राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भेजे गए हैं।

सर्विलांस और एडवाइजरी
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि चांदीपुरा वायरस के फैलाव वाले इलाकों में 8600 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है और पूरे इलाके को 26 जोन में बांटा गया है। सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों से एडवाइजरी भी जारी की जा रही है ताकि लोग सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध केस को प्राथमिकता के आधार पर ट्रीट किया जा सके।

ध्यान देने वाली बात है कि चांदीपुरा वायरस एक गंभीर समस्या है, जो बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। इसके लक्षणों को नजरअंदाज न करें और जल्दी से जल्दी चिकित्सा सहायता लें। बच्चों की सुरक्षा के लिए हाइजीन का ध्यान रखें और आवश्यक सावधानियां बरतें।

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