लोकसभा चुनाव 2024 के पांच चरणों के बाद, कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांप्रदायिक पिच तैयार की थी, लेकिन कांग्रेस ने उस पिच पर खेलने से इनकार कर दिया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अपनी याददाश्त खो रहे हैं और उन्होंने कभी भी सच्चाई का पालन नहीं किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को ‘झूठजीवी’ कहा और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपने अभियान को हिंदू-मुस्लिम बयानबाजी के साथ ‘सांप्रदायिकता’ पर आधारित रखा है।
रमेश ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी का पूरा अभियान ‘सांप्रदायिकीकरण और ध्रुवीकरण’ पर आधारित रहा है और उन्होंने विकसित भारत, मोदी की गारंटी, या किसानों, युवाओं, महिलाओं, श्रमिकों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के मुद्दों की कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ‘सांप्रदायिक पिच’ तैयार कर रहे हैं और चाहते हैं कि कांग्रेस उस पिच पर खेले, लेकिन कांग्रेस ने उस पिच पर खेलने से इनकार कर दिया और अपने ‘पांच न्याय’ के एजेंडे को आगे बढ़ाया।
इस बयानबाजी के माध्यम से जयराम रमेश ने न केवल प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि कांग्रेस पार्टी चुनावी अभियान में सांप्रदायिकता के बजाय विकास और न्याय पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस तरह के बयान चुनावी राजनीति में विभिन्न पार्टियों के बीच विचारधाराओं और रणनीतियों के अंतर को दर्शाते हैं।