मुंबई

सिपाही ने बनाई झूठी कहानी? ‘ज़हर का इंजेक्शन’ वाले दावे पर पुलिस ने उठाए सवाल

सिपाही ने बनाई झूठी कहानी? 'ज़हर का इंजेक्शन' वाले दावे पर पुलिस ने उठाए सवाल

मुंबई के सिपाही विशाल पवार की मौत की कहानी ने सबको चौंका दिया था। पवार ने दावा किया था कि लुटेरों ने उन्हें ज़हर का इंजेक्शन दे दिया था, लेकिन रेलवे पुलिस इस दावे पर शक कर रही है।

विशाल पवार ने पुलिस को बताया था कि चोरों ने उनका फोन छीना, फिर उनके साथ मारपीट की और ज़हर देकर भाग गए। लेकिन मामले की जांच कर रही दादर गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) को कुछ और ही सच्चाई मिली है।

CCTV फुटेज से खुलासा GRP अधिकारियों ने बताया कि पवार उस दिन काम पर गए ही नहीं थे। CCTV फुटेज में वह ठाणे से सीएसएमटी आने वाली ट्रेन में दिखे, लेकिन अपने काम की जगह जाने के बजाय वह दादर स्टेशन पर उतर गए।

बार में पी शराब, प्लेटफॉर्म पर बिताई रात दादर के पास एक बार में शराब पीने के बाद, पवार रेलवे ट्रैक पर लगभग दो किलोमीटर पैदल चलकर परेल स्टेशन पहुंचे। उन्होंने रात प्लेटफॉर्म पर ही सोकर बिताई।

क्या थी पवार की पूरी कहानी? पवार ने FIR में लिखवाया था कि शनिवार रात ठाणे से ड्यूटी के लिए आते समय, सियोन और माटुंगा स्टेशन के बीच चोरों ने उनका फोन छीन लिया। फोन वापस लेने की कोशिश में, चोरों ने उन्हें ज़हर का इंजेक्शन दे दिया और भाग गए।

ऐसा लगता है कि पवार ने पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी कहानी गढ़ी थी। हो सकता है वह काम पर नहीं जाना चाहते थे, या फिर कोई और मजबूरी रही हो। पुलिस अब पवार के परिवार और दोस्तों से बात करके मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।

पुलिस को शक है कि शराब की वजह से पवार की तबियत बिगड़ी होगी।

पवार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह पता चलेगी।

पवार की शादी को तीन साल हुए थे, उनकी कोई संतान नहीं थी।

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