पिछले कुछ समय से यह सवाल चर्चा का विषय रहा है कि क्या “कोरोना वैक्सीन का प्रभाव (Covid Vaccine Impact)” युवाओं की अचानक मृत्यु का कारण बन रहा है? इस विषय पर संसद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने एक स्पष्ट उत्तर दिया है. उन्होंने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अध्ययन का हवाला देते हुए बताया कि कोविड-19 टीकाकरण से न केवल अचानक मृत्यु का जोखिम कम हुआ है, बल्कि यह टीका सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करता है.
ICMR के अध्ययन की प्रमुख बातें
ICMR ने 2024 में 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों में एक अध्ययन किया, जिसमें 729 अचानक मृत्यु के मामलों और 2,916 कंट्रोल (जिन्हें यह समस्या नहीं थी) का विश्लेषण किया गया.
इस अध्ययन ने निर्णायक रूप से यह साबित किया कि कोविड-19 टीका लेने से अस्पष्ट और अचानक मृत्यु की संभावना कम हो जाती है.
- टीके की पहली खुराक: अस्पष्टीकृत आकस्मिक मृत्यु की आशंका को कम करती है.
- दो खुराक: जोखिम को और भी कम कर देती हैं, जिससे व्यक्ति सुरक्षित महसूस कर सकता है.
क्या हैं अचानक मृत्यु के अन्य कारण?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि कोविड-19 टीकाकरण को दोष देने से पहले, अचानक मृत्यु के अन्य कारकों पर ध्यान देना जरूरी है.
- पारिवारिक इतिहास: यदि परिवार में किसी को अचानक मृत्यु की समस्या रही हो, तो यह जोखिम बढ़ा सकता है.
- पूर्व कोविड-19 संक्रमण: जिन लोगों को कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था, उनमें यह जोखिम अधिक होता है.
- जीवनशैली: खराब खानपान, शारीरिक गतिविधि की कमी, और अन्य अस्वास्थ्यकर आदतें भी जोखिम का कारण बन सकती हैं.
टीके की सुरक्षा पर सरकार का रुख
सरकार ने स्पष्ट किया है कि कोविड-19 वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और इसके उपयोग से लोगों के स्वास्थ्य को कोई गंभीर खतरा नहीं है. ICMR की इस रिपोर्ट ने अफवाहों पर विराम लगाया है कि टीकाकरण अचानक मृत्यु का कारण बन सकता है.
टीकाकरण से सुरक्षा के लाभ
“अचानक मृत्यु की सच्चाई (Truth About Sudden Deaths)” पर आधारित अध्ययन ने यह साबित किया है कि टीकाकरण से हृदय रोग और अन्य जटिलताओं का खतरा भी कम होता है. यह अध्ययन इस बात का समर्थन करता है कि भारत में टीकाकरण ने न केवल महामारी को नियंत्रित किया है, बल्कि कई लोगों की जान भी बचाई है.
टीकाकरण से जुड़ी ऐसी किसी भी आशंका से पहले वैज्ञानिक तथ्यों को समझना जरूरी है. केंद्र सरकार और ICMR की यह रिपोर्ट साबित करती है कि कोविड-19 टीका एक प्रभावी सुरक्षा कवच है, न कि जोखिम.