जालना जिले की अंबड तहसील में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है। मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे मनोज जरंगे के आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का मुद्दा काफी समय से विवाद का विषय रहा है। मनोज जरंगे इस आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक हैं।
महाराष्ट्र के जालना जिले की अंबड तहसील में मराठा आरक्षण के लिए चल रहे आंदोलन के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया है।
VIDEO | Bus set on fire during Maratha quota protest in Maharashtra's Jalna. More details are awaited. pic.twitter.com/GBPfVSZ8tc
— Press Trust of India (@PTI_News) February 26, 2024
जिला कलेक्टर श्रीकृष्ण पांचाल ने बताया कि मराठा आरक्षण आंदोलन के अगुआ मनोज जरंगे ने रविवार को ऐलान किया था कि वह अपनी मांग को लेकर मुंबई जाएंगे और वहां आंदोलन करेंगे। प्रशासन को आशंका है कि जरंगे को रोकने के लिए उनके समर्थक जालना के अंतर्वली सराटी गांव में बड़ी संख्या में जमा हो सकते हैं जहां जरंगे अनशन पर बैठे हैं।
भीड़ के चलते धुले-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग और आसपास के इलाकों में यातायात बाधित होने की आशंका है। इसी को देखते हुए अंबड तहसील में सोमवार मध्यरात्रि से अगले आदेश तक कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया गया है।
जरंगे पिछले कुछ समय से अनशन पर बैठे थे। उनकी हालत बिगड़ने के बाद सोमवार सुबह उन्हें इलाज के लिए ले जाया गया। हालांकि, वह फिर से अंतर्वली सराटी गांव लौट आए हैं।
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जरंगे के इस आंदोलन से इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है।