मुंबई

बीमार बेटी को बचाने का झांसा, पिता से 5 लाख की ठगी

सेल्समैन ने रची लूट की झूठी कहानी, पुलिस को दौड़ाया!

बीमार बेटी की ज़िंदगी बचाने की आखिरी उम्मीद में एक बेबस पिता को धोखेबाज़ ने 5 लाख रुपए का चूना लगा दिया। मुंबई की जेजे मार्ग पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR दर्ज की है। आरोप है कि इस शख्स ने 10 साल की बच्ची का इलाज कराने के नाम पर उसके पिता को झांसे में लिया।  किडनी की बीमारी से पीड़ित इस मासूम बच्ची की मौत के बाद भी जब आरोपी ने पैसे वापस नहीं किए तो पुलिस का दरवाज़ा खटखटाना पड़ा।

जांच में पता चला है कि आरोपी का नाम इरफान हाजी हैदर तंबोली है। इसने मोहम्मद नदीम मंसूरी नाम के शख्स को झांसा दिया था। मंसूरी की 10 साल की बेटी रुमैसा को किडनी की गंभीर बीमारी थी। इलाज के लिए 35 लाख रुपये का भारी खर्च बताया गया। तंबोली ने सरकारी मदद और कुछ NGO की तरफ से पैसे दिलवाने का वादा किया था।

बात 5 लाख रुपये में तय हो गई थी, जो नदीम मंसूरी ने 18 मार्च को दे दिए थे। जब तक उन्हें ठगी का एहसास होता, तब तक रुमैसा की जान जा चुकी थी। रुमैसा की 3 अप्रैल को मौत हो गई। हताश पिता पैसों की गुहार लगाता रहा, लेकिन आरोपी टालता रहा। बाद में दिया गया चेक भी बाउंस हो गया। अब मामला पुलिस के पास पहुंचा है।

यह धोखाधड़ी इसलिए भी ज़्यादा संगीन है क्योंकि इसमें एक मासूम बच्ची की ज़िंदगी का सवाल था। पिता किसी भी कीमत पर बेटी का इलाज करवाना चाहता था, जिसका फायदा ठग ने उठाया। संकट के इस समय में धोखा देकर किसी की जमा-पूंजी लूटना बेहद निंदनीय काम है।

पुलिस के मुताबिक, तंबोली ने इससे पहले भी एक ऐसे ही मामले में पैसा हड़पा था। मंसूरी के ही एक रिश्तेदार की कैंसर पीड़ित बेटी के लिए तंबोली ने चंदा इकट्ठा किया था। इसीलिए मंसूरी को उस पर भरोसा हो गया था। पुलिस के अनुसार, आरोपी का कहना था कि रुमैसा के इलाज के 35 लाख के खर्च को सरकारी मदद के ज़रिए कम किया जा सकता है। ये मदद दिलाने के लिए वह मंत्रालय से जुड़े 7 लाख रुपये की रिश्वत की बात बताकर पैसा फंसाने का जाल बिछा रहा था।

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