डोंबिवली में केमिकल फैक्ट्री में हुए बॉयलर धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। दो लोग अब भी लापता हैं, जिन्हें ढूंढने के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष सिद्धेश कदम ने शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि बचाव कार्य जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है।
क्या बोले अधिकारी?
कदम ने बताया, “अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लोग लापता हैं। हम जल्द से जल्द बचाव कार्य पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं और खतरनाक रसायनों से निपट रहे हैं।”
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर कदम ने घटना की समीक्षा की और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ने बचाव कार्यों में हर संभव मदद देने और खतरनाक रासायनिक इकाई को यहां से जल्द से जल्द हटाने की योजना तैयार करने के सख्त निर्देश दिए हैं।”
विपक्ष ने लगाया आरोप
विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने इस हादसे के लिए सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार ने इस फैक्ट्री को बंद करने का आदेश दिया था, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे फिर से शुरू करने की इजाज़त दे दी।
आसपास की रिहाइशी इलाकों से हटेंगी खतरनाक फैक्ट्रियां
इस औद्योगिक क्षेत्र के आसपास रिहाइशी इलाकों के बढ़ने से सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। कदम ने कहा, “भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए, हम या तो खतरनाक रासायनिक इकाई को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने या फिर इस क्षेत्र को किसी और काम के लिए इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं।”
कंपनी मालिकों के खिलाफ केस दर्ज
इस बीच, ठाणे पुलिस ने अमुदन केमिकल प्राइवेट लिमिटेड के मालिकों और अन्य अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304, 324, 326, 285, 286, 427 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी फिलहाल फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए 5 पुलिस टीमें बनाई गई हैं।
लापरवाही बनी हादसे की वजह
ठाणे पुलिस के मुताबिक, केमिकल प्रोसेसिंग और स्टोरेज में लापरवाही की वजह से यह धमाका हुआ। धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। शुरुआती रिपोर्ट में 7 लोगों की मौत और 48 लोगों के घायल होने की खबर थी।