दहेज की लालची मांगों से तंग आकर एक 19 साल की लड़की ने अपनी जान दे दी। मुंबई के दहिसर इलाके में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना में, लड़की के पिता ने उसके पति और सास के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है।
स्नेहा रेड्डी की शादी इसी साल जनवरी में हुई थी। शादी के चंद महीनों बाद ही उसके पति कैलाश वडारी और सास अनंतमा वडारी ने दहेज के लिए उसे परेशान करना शुरू कर दिया। स्नेहा के पिता, मनोजकुमार रेड्डी के अनुसार, उनकी बेटी अक्सर फोन करके अपने साथ हो रहे ज़ुल्मों के बारे में बताती थी।
स्नेहा को घर का सारा काम करना पड़ता था और अगर वह काम में ज़रा सी भी देरी कर देती, तो उसे खाना तक नहीं दिया जाता था। इतना ही नहीं, मोटरसाइकल और सोने की मांग पूरी ना होने पर ससुराल वाले स्नेहा को लगातार ताने देते थे। रोज़-रोज़ के इस शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर आखिरकार स्नेहा ने यह खौफनाक कदम उठा लिया।
दहेज प्रथा हमारे समाज में एक अभिशाप की तरह है। दहेज के लिए बेटियों को प्रताड़ित करना, उन्हें जान देने पर मजबूर करना बेहद शर्मनाक है। कड़े कानून होने के बावजूद भी यह कुप्रथा जारी है। स्नेहा का मामला हमें इस ओर सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर हम अपने समाज को इस दानव से कब मुक्ति दिला पाएंगे।
स्नेहा के पिता की शिकायत पर पुलिस ने पति और सास के खिलाफ दहेज हत्या और आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।