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E-Jagriti Portal: खराब सामान? अब शिकायत दर्ज करना और समाधान पाना हुआ आसान!

E-Jagriti Portal: खराब सामान? अब शिकायत दर्ज करना और समाधान पाना हुआ आसान!

जब कोई सामान खराब निकलता है और कंपनी इसे सही करने या बदलने में आनाकानी करती है, तो उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब यह समस्या जल्द खत्म हो सकती है। सरकार एक नए पोर्टल ई-जागृति पोर्टल (E-Jagriti Portal) की शुरुआत करने जा रही है, जो उपभोक्ताओं के अधिकारों को मजबूत करेगा और शिकायतों के समाधान को तेज और पारदर्शी बनाएगा।


ई-जागृति पोर्टल: उपभोक्ताओं के लिए क्यों है यह बड़ा कदम?

सरकार का नया ई-जागृति पोर्टल (E-Jagriti Portal) खासतौर पर उन उपभोक्ताओं के लिए बनाया जा रहा है, जो खराब प्रोडक्ट या सेवा के कारण परेशान होते हैं। यह पोर्टल उपभोक्ता मामलों से संबंधित शिकायतों को दर्ज करने और उनकी कार्रवाई को ट्रैक करने का काम करेगा।

इस पोर्टल की सबसे खास बात यह है कि यह पूरी प्रक्रिया को डिजिटाइज (Digitize) करेगा, जिससे शिकायतों को तेजी से निपटाने में मदद मिलेगी। उपभोक्ताओं को अब कंपनियों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और उनकी शिकायतों पर सीधा ध्यान दिया जाएगा।


ई-दाखिल पोर्टल से शुरुआत और ई-जागृति की योजना

इससे पहले, सरकार ने ई-दाखिल पोर्टल (e-Dakhil Portal) शुरू किया था, जिसने उपभोक्ता शिकायतों को दर्ज करने में बड़ी सहूलियत दी।

  • ई-दाखिल पोर्टल की सफलता:
    ई-दाखिल पोर्टल को 7 सितंबर 2020 को लॉन्च किया गया था। अब तक इसमें 2 लाख 81 हजार से ज्यादा यूजर्स रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इस पोर्टल पर 1 लाख 98 हजार से अधिक केस फाइल किए गए हैं, जिनमें से लगभग 38 हजार का निपटारा हो चुका है।
    लद्दाख में इसे लागू करने के साथ यह अब देश के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में उपलब्ध है।
  • ई-जागृति की जरूरत क्यों पड़ी?
    हालांकि ई-दाखिल ने उपभोक्ताओं को राहत दी है, लेकिन यह सिर्फ शिकायत दर्ज करने तक सीमित है। ई-जागृति पोर्टल, इससे एक कदम आगे बढ़कर शिकायतों की ट्रैकिंग और संपूर्ण प्रबंधन को आसान बनाएगा।

ई-जागृति कैसे करेगा काम?

सरकार के मुताबिक, ई-जागृति पोर्टल (E-Jagriti Portal) उपभोक्ताओं, कंपनियों, और संबंधित सरकारी विभागों के बीच बेहतर संवाद स्थापित करेगा। यह ऑटोमेशन और डिजिटाइजेशन से प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाएगा।

  1. शिकायत दर्ज करना:
    उपभोक्ता पोर्टल पर अपनी शिकायत को ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए फिजिकल विजिट की जरूरत नहीं होगी।
  2. कार्रवाई की ट्रैकिंग:
    उपभोक्ता अपनी शिकायत पर की जा रही कार्रवाई को रीयल-टाइम में देख सकेंगे।
  3. संपर्क का सुधार:
    पोर्टल कंपनियों और उपभोक्ताओं के बीच संवाद को सुगम बनाएगा, जिससे विवाद जल्द सुलझ सकेंगे।

क्यों है ई-जागृति जरूरी?

हम अक्सर देखते हैं कि लोग विज्ञापन देखकर प्रोडक्ट खरीदते हैं, लेकिन जब वह खराब निकलता है, तो कंपनियां उपभोक्ताओं की शिकायतों को अनदेखा कर देती हैं। उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों के लिए लड़ने में समय और पैसा दोनों बर्बाद करना पड़ता है।

ई-जागृति पोर्टल (E-Jagriti Portal) इन समस्याओं को दूर करने के लिए एक बड़ा कदम है। यह उपभोक्ताओं को:

  • अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाएगा।
  • शिकायतों के समाधान में पारदर्शिता और तेज़ी लाएगा।
  • उपभोक्ताओं और कंपनियों के बीच विवादों को सुलझाने में मदद करेगा।

ई-जागृति का भविष्य और उम्मीदें

मंत्रालय ने कहा है कि ई-जागृति पोर्टल पर काम तेजी से चल रहा है और इसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। इसके बाद उपभोक्ता शिकायतों के समाधान का समय और कम हो जाएगा।

सरकार का मानना है कि इस पोर्टल से न केवल उपभोक्ता अधिकार मजबूत होंगे, बल्कि कंपनियों पर भी यह दबाव बनेगा कि वे गुणवत्तापूर्ण प्रोडक्ट और सेवा प्रदान करें।


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