K9 डॉग्स भारत की सुरक्षा में बहुत बड़ा काम करते हैं। ये कुत्ते खास तौर पर आतंकवाद और नक्सलवाद से जूझ रहे इलाकों में बहुत काम आते हैं। ये अपराधियों को पकड़ने में बहुत तेज होते हैं। इनकी सबसे बड़ी ताकत है इनकी तेज सूंघने की शक्ति, काम करने का जज्बा और अपने मालिक के प्रति वफादारी।
फ्रांस ने भारत से मांगी K9 डॉग्स की टीम
फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से 12 अगस्त तक ओलंपिक खेल होने वाले हैं। इसमें दुनिया भर के खिलाड़ी और उनके साथ आने वाले लोग शामिल होंगे, इसलिए सुरक्षा बहुत जरूरी है। ऐसे में फ्रांस ने भारत से K9 डॉग्स की टीम मांगी है। भारत ने इस बात को मानते हुए 10 K9 डॉग्स की एक टीम पेरिस भेजने का फैसला किया है।
K9 डॉग्स की पढ़ाई: कैसे बनते हैं ये सुपर कुत्ते?
K9 डॉग्स को बहुत मेहनत से और सोच-समझकर सिखाया जाता है। इन्हें कई चरणों में ट्रेनिंग दी जाती है। इनमें बुनियादी बात मानना, खोजना और ढूंढना, नशीली चीजों और बम जैसी खतरनाक चीजों को सूंघकर पता लगाना जैसी कलाएं सिखाई जाती हैं। हर कुत्ते की अपनी खास ताकत के हिसाब से उसे सिखाया जाता है।
K9 डॉग्स कहां-कहां करते हैं काम?
K9 डॉग्स को अलग-अलग सुरक्षा संस्थाओं में रखा जाता है-
नक्सलियों वाले इलाकों में
जेलों में
हवाई अड्डों पर
देश की सीमाओं पर
बड़े-बड़े कार्यक्रमों में
K9 डॉग्स की खास बातें
K9 डॉग्स की कुछ खास बातें हैं जो उन्हें अलग बनाती हैं-
तेज सूंघने की ताकत: ये कुत्ते नशीली चीजों, बम और दूसरे खतरों को सूंघकर पता लगा लेते हैं।
हार न मानने का जज्बा: ये कभी थकते नहीं और अपना काम पूरा करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
अपने मालिक के प्रति प्यार: ये अपने ट्रेनर से बहुत प्यार करते हैं और उनकी रक्षा के लिए अपनी जान भी दे सकते हैं।
तेजी से काम करना: ये खतरे को देखते ही तुरंत हरकत में आ जाते हैं।
K9 डॉग्स की कामयाबी की कहानियां
K9 डॉग्स ने कई बदमाशों को पकड़ने में मदद की है।
2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में: K9 डॉग्स ने बम का पता लगाया था, जिससे कई लोगों की जान बची थी।
2022 में ग्वालियर में नशीली चीजों का पता लगाना: K9 डॉग्स ने नशीली चीजों से भरी एक गाड़ी को ढूंढ निकाला था, जिसमें करोड़ों रुपये की नशीली चीजें मिली थीं।
K9 डॉग्स की विदेशों में मांग
K9 डॉग्स इतने होशियार हैं कि अब दूसरे देश भी इन्हें मांगने लगे हैं। इनकी ट्रेनिंग और काम करने के तरीके को और अच्छा बनाया जा रहा है, ताकि ये सुरक्षा में और भी ज्यादा मदद कर सकें। इस तरह, K9 डॉग्स सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दूसरे देशों में भी सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी साबित हो रहे हैं। पेरिस ओलंपिक के लिए फ्रांस ने जो मदद मांगी है, वो इस बात का सबूत है कि हमारे K9 डॉग्स कितने खास हैं।