अगर आप ‘ग्लो एंड हैंडसम’ फेयरनेस क्रीम इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस क्रीम को बनाने वाली कंपनी, हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL),को इसे बंद करने का आदेश दिया है। कोर्ट का कहना है कि ये क्रीम एक दूसरे मशहूर ब्रांड के नाम से काफी मिलती-जुलती है, जिससे ग्राहकों में भ्रम पैदा हो सकता है।
फेयरनेस क्रीम को लेकर अक्सर विवाद होते रहते हैं। कुछ लोग इन क्रीमों के असर पर सवाल उठाते हैं, जबकि कई लोग इनका इस्तेमाल करना पसंदं करते हैं। भारत में फेयरनेस क्रीम का बाज़ार काफी बड़ा है और कई कंपनियां इस तरह के प्रोडक्ट्स बेचती हैं। ‘इमामी’ कंपनी का ‘फेयर एंड हैंडसम’ भी एक लोकप्रिय ब्रांड है।
2020 में, HUL ने अपने ‘मेन्स फेयर एंड लवली’ क्रीम का नाम बदलकर ‘ग्लो एंड हैंडसम’ कर दिया था। इमामी कंपनी ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि HUL जानबूझकर ग्राहकों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। इमामीने कोर्ट में केस दायर कर दिया और अब कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया है। कोर्ट का कहना है कि HUL ने इमामी के मशहूर ब्रांड के नाम का नाजायज़ फायदा उठाने की कोशिश की है।
इस केस से साफ हो जाता है किकुछ कानूनी अड़चनोंकी वजहसे अब ‘ग्लो एंड हैंडसम’ क्रीम नहीं मिलेगी। बाजार में ग्राहकों के लिए कई और ऑप्शन मौजूद हैं, पर जिन लोगों को यह क्रीम पसंद थी उनके लिए ये एक निराशाजनक खबर है। वहीं, इमामीकंपनी के लिए यह एक जीत है क्योंकि इससे उनके ब्रांड की सुरक्षा हुई है।
फेयरनेस क्रीमों के कारोबार पर इस फैसले का असर देखने को मिल सकता है। HUL को अपना नया प्रोडक्ट बंद करना पड़ेगा और इसकी वजह से बिक्री पर असर पड़ना तय है। कोर्ट का यह फैसला दूसरे ब्रांड्स के लिए भी एक संदेश है कि उन्हें अपने नाम और प्रोडक्ट्स को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए।