मुंबई के चर्चित अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर ‘कुमार पिल्लै’ को एक पुराने केस में कोर्ट ने बरी कर दिया। बिल्डर के दफ्तर पर फायरिंग के आरोप में उस पर मुकदमा चल रहा था। सिंगापुर से पकड़कर लाने के बाद ये पिल्लै के खिलाफ तीसरा केस था, और इस केस में भी वो बच निकला।
2009 में, मुंबई के कंजूर मार्ग में किसी ने ‘लोढ़ा डेवलपर्स’ के दफ्तर में घुसकर फायरिंग की थी। गार्ड चमत्कार से बच गया। जाते-जाते हमलावर ने एक चिट छोड़ी थी जिसपर बिल्डर को धमकी और एक फोन नंबर था।
पुलिस ने 5 लोगों पर केस किया था और कहा था कि पैसे मांगने के लिए बिल्डर पर ये हमला पिल्लै ने करवाया है। हालांकि वो उस वक्त भागा हुआ था। 2013 में कोर्ट ने उन 5 आरोपियों को कसूरवार नहीं पाया और छोड़ दिया।
पिल्लै और उसके साथी भास्कर पुजारी को पकड़ा नहीं जा सका था, इसलिए इनका मुकदमा अलग से चला। मगर अब कोर्ट ने इन दोनों को भी यह कहते हुए बरी कर दिया कि अभियोजन पक्ष के पास उनपर लगे आरोपों को साबित करने के लिए सबूत नहीं हैं। साथ ही, पिल्लै के वकील ने सिंगापुर से प्रत्यर्पण के कागज़ात न होने की बात भी उठाई थी।
पिल्लै जब सिंगापुर से भागा था, तो उसे वापस लाने की बड़ी जद्दोजहद करनी पड़ी थी। मगर लगता है सारी मेहनत पर पानी फिर गया। पुलिस और कोर्ट के हाथ खाली रह गए हैं। आपको मालूम होगा कि पिल्लै कुछ अन्य मामलों में भी बरी हो चुका है।