ऑनटीवी स्पेशल

Gene Mutation: एक ही शख्स के वंशज हैं दुनिया में मौजूद नीली आंखों वाले सभी लोग, होश उड़ा देगा ये फैक्ट

Gene Mutation: एक ही शख्स के वंशज हैं दुनिया में मौजूद नीली आंखों वाले सभी लोग, होश उड़ा देगा ये फैक्ट

Gene Mutation: नीली आंखों का आकर्षण हमेशा से लोगों को लुभाता रहा है। चाहे वह गानों में हो या कविताओं में, नीली आंखें हमेशा सुंदरता और अनोखेपन का प्रतीक मानी जाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में जितने भी लोग नीली आंखों वाले हैं, वे सभी एक ही व्यक्ति के वंशज हैं? यह बात चौंकाने वाली लग सकती है, लेकिन वैज्ञानिक शोध इसे सच मानते हैं। इस अद्भुत तथ्य के पीछे की कहानी बेहद रोचक है। आइए जानते हैं कि कैसे नीली आंखों के वंशज (Blue-eyed Descendants) एक ही शख्स से जुड़े हैं।

नीली आंखों की खासियत क्या है?

दुनिया में केवल 8 से 10 प्रतिशत लोगों की आंखें नीली होती हैं। बाकी लोगों की आंखों का रंग ज्यादातर भूरा या काला होता है। नीली आंखों का रंग उनकी अनोखी जेनेटिक संरचना का नतीजा है। यह बदलाव स्वाभाविक रूप से बचपन में दिख सकता है, लेकिन जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं, उनकी आंखों का रंग बदलकर भूरा या काला हो सकता है।

जिन लोगों की आंखें नीली बनी रहती हैं, उनके लिए यह रंग केवल खूबसूरती का प्रतीक नहीं है, बल्कि उनके डीएनए में छिपे एक विशेष जीन म्यूटेशन (Gene Mutation) की कहानी भी बताता है। यह बदलाव लगभग 6,000 से 10,000 साल पहले हुआ था, और इसके कारण ही आज नीली आंखों वाले लोग मौजूद हैं।

कैसे जुड़े हैं नीली आंखों वाले एक ही वंश से?

वैज्ञानिकों का कहना है कि नीली आंखों वाले हर व्यक्ति का संबंध एक यूरोपीय व्यक्ति से है, जो लगभग 6,000 से 10,000 साल पहले रहता था। कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हंस आइबर्ग और उनकी टीम ने इस पर शोध किया। उन्होंने पाया कि यह बदलाव HERC2 नामक जीन में म्यूटेशन के कारण हुआ था।

HERC2 जीन ने OCA2 नामक एक और जीन को “बंद” कर दिया। OCA2 जीन हमारी आंखों के रंग को नियंत्रित करता है और यह भूरी या काली आंखों के लिए जिम्मेदार होता है। लेकिन जब HERC2 ने इसे निष्क्रिय किया, तो आंखों का रंग नीला हो गया। इस म्यूटेशन की खास बात यह है कि यह सभी नीली आंखों वाले व्यक्तियों में समान है। इसका मतलब यह है कि ये सभी लोग एक ही व्यक्ति के वंशज हैं।

यह बदलाव कैसे हुआ?

नीली आंखों का यह जीन म्यूटेशन एक प्राकृतिक प्रक्रिया का हिस्सा था। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह बदलाव यूरोप में रहने वाले एक व्यक्ति के डीएनए में हुआ था। उस समय यह बहुत दुर्लभ था, लेकिन धीरे-धीरे यह अगली पीढ़ियों में फैल गया।

आज भी, जिन लोगों की आंखें नीली होती हैं, वे इस म्यूटेशन को अपने भीतर लिए हुए हैं। यह जीन म्यूटेशन हर नीली आंखों वाले व्यक्ति में एक जैसा है, जो उनकी समान जेनेटिक विरासत का प्रमाण है।

भूरी और नीली आंखों की तुलना

वैज्ञानिकों के अनुसार, मनुष्यों की आंखों का मूल रंग भूरा होता है। यह रंग OCA2 जीन की सक्रियता से बनता है। लेकिन नीली आंखों का रंग बनने के लिए OCA2 की गतिविधि रुक जाती है, और यह HERC2 के म्यूटेशन के कारण संभव हुआ।

जिन बच्चों की आंखें जन्म के समय नीली होती हैं, उनकी आंखों का रंग कुछ समय बाद बदल सकता है। लेकिन यदि यह जीन म्यूटेशन हो चुका हो, तो उनकी आंखें हमेशा के लिए नीली बनी रहती हैं।

नीली आंखों का महत्व और उनकी पहचान

नीली आंखें केवल आकर्षक नहीं हैं, बल्कि यह जेनेटिक्स के रहस्यों को भी उजागर करती हैं। यह जानना बेहद दिलचस्प है कि सभी नीली आंखों वाले लोग एक ही व्यक्ति से जुड़े हुए हैं। यह सिर्फ उनकी सुंदरता का प्रतीक नहीं है, बल्कि उनकी अनोखी जेनेटिक कहानी भी है।

यह म्यूटेशन मानव विकास और प्रकृति की अद्भुत प्रक्रियाओं का हिस्सा है। यह दिखाता है कि कैसे एक छोटा सा बदलाव एक नई विशेषता को जन्म दे सकता है और मानव जाति को जोड़ सकता है।

नीली आंखों वाले लोग जितने अनोखे हैं, उनका इतिहास भी उतना ही खास है। यह जानकर हैरानी होती है कि वे सभी 6,000 से 10,000 साल पहले के एक यूरोपीय व्यक्ति के वंशज (Blue-eyed Descendants) हैं। उनकी आंखों का रंग उनकी जेनेटिक संरचना का परिणाम है, जो उन्हें और भी खास बनाता है।

नीली आंखें न केवल सुंदरता की पहचान हैं, बल्कि मानव विकास की जटिलताओं और प्रकृति के चमत्कारों की कहानी भी कहती हैं। यह इतिहास हमें मानव जाति के अद्भुत विकास को समझने का एक अनोखा मौका देता है।

#BlueEyes #GeneMutation #Genetics #EyeColor #RareTraits

ये भी पढ़ें: Holding Breath to Death: अपनी सांस कितनी देर तक रोक सकता है इंसान, क्या ऐसा करके ली जा सकती है अपनी जान?

You may also like