मुंबई

घाटकोपर हादसा: VJTI रिपोर्ट में खुलासा – कमजोर नींव पर खड़ा था होर्डिंग

घाटकोपर हादसा
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घाटकोपर हादसा: पिछले महीने घाटकोपर में गिरे होर्डिंग हादसे की जांच में वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (VJTI) की रिपोर्ट ने बड़ा खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये होर्डिंग कमजोर नींव पर खड़ा किया गया था और इसकी डिजाइन में भी खामियां थीं।

17 लोगों की गई थी जान
ये होर्डिंग BMC की तय सीमा 40×40 फीट से काफी बड़ा था और इसका आकार 120×120 फीट था। तेज हवाओं के चलते ये होर्डिंग एक पेट्रोल पंप पर गिर गया था, जिससे 17 लोगों की मौत हो गई थी और 75 लोग घायल हो गए थे।

VJTI रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
VJTI की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस होर्डिंग को 158 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं का सामना करने लायक होना चाहिए था, लेकिन ये सिर्फ 49 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के लिए बनाया गया था। हादसे वाले दिन हवा की रफ्तार 87 किलोमीटर प्रति घंटा थी।

होर्डिंग की नींव भी थी कमजोर
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि होर्डिंग की नींव सिर्फ 7,000 किलो न्यूटन के दबाव को झेल सकती थी, लेकिन हादसे वाले दिन हवाओं से 21,000 किलो न्यूटन का दबाव पड़ा था।

तकनीकी विशेषज्ञों ने की थी जांच
VJTI के तकनीकी विशेषज्ञों ने हादसे के बाद होर्डिंग की नींव और पिलिंग के नमूने इकट्ठा किए थे। इंस्टीट्यूट ने यह रिपोर्ट मुंबई क्राइम ब्रांच को भी सौंप दी है, जो इस हादसे की जांच कर रही है।

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