हनुमान भक्तों के लिए एक खुशखबरी है। अब वो अपनी पसंदीदा हनुमान चालीसा का पाठ अंग्रेजी में भी कर सकते हैं। दरअसल, मशहूर लेखक विक्रम सेठ ने इस धार्मिक ग्रंथ का अंग्रेजी में अनुवाद कर दिया है। इसमें उन्हें एक दशक से ज्यादा का वक्त लग गया।
ये अनूठी किताब Speaking Tiger प्रकाशन से छपी है। इसमें हनुमान चालीसा के मूल श्लोक हिंदी और अंग्रेजी दोनों में दिए गए हैं। साथ ही अंग्रेजी अनुवाद भी मौजूद है। ये द्विभाषी वर्जन उन श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित होगा जो हिंदी में ज्यादा सहज नहीं हैं लेकिन हनुमान जी की आराधना जरूर करना चाहते हैं।
विक्रम सेठ के मुताबिक हनुमान चालीसा का अनुवाद करना उनके लिए एक आध्यात्मिक और साहित्यिक सफर रहा। इसकी कविता और भक्ति भाव को अंग्रेजी में उतारना आसान नहीं था। हर शब्द और पंक्ति को सोच समझ कर चुनना पड़ा ताकि मूल भाव बरकरार रहे। ये एक साधना जैसा था जिसमें कई साल लग गए।
आपको बता दें कि हनुमान चालीसा को करीब 500 साल पहले गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा था। इसमें 40 छंद हैं जो हनुमान जी की महिमा बयां करते हैं। इनका पाठ लाखों लोग सुबह शाम करते हैं। हर मुश्किल और खुशी के पल में लोग इस चालीसा का सहारा लेते हैं।
विक्रम सेठ की ये पहल इसलिए भी खास है क्योंकि वो एक दशक बाद कुछ नया लिखकर सामने आए हैं। इससे पहले वो ‘ए सूटेबल बॉय’ और ‘द गोल्डन गेट’ जैसी चर्चित किताबें दे चुके हैं। हनुमान चालीसा का अनुवाद करके उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है कि एक लेखक के तौर पर उनमें कितनी विविधता है।
इस अनुवाद के बाद हनुमान चालीसा एक नई वैश्विक पहचान पाएगी। ये उन लोगों की भी मदद करेगी जो हिंदी नहीं जानते लेकिन हनुमान जी की कृपा पाना चाहते हैं। विक्रम सेठ ने न सिर्फ साहित्य जगत में नया आयाम जोड़ा है बल्कि भगवान हनुमान के प्रति भक्ति और आस्था को भी नई ऊंचाइयां दी हैं।
इस अनुवाद के जरिए अब हनुमान चालीसा और हनुमान जी की महिमा पूरी दुनिया में गूंजेगी। ये एक ऐतिहासिक पल है जब इस पवित्र ग्रंथ को वैश्विक सराहना मिल रही है। विक्रम सेठ की मेहनत और लगन की वजह से अब हनुमान चालीसा हर भक्त की जुबां पर होगी, चाहे वो किसी भी भाषा में बोलता हो।
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