2 जुलाई की शाम को हाथरस में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मच गई। यह कार्यक्रम प्रसिद्ध उपदेशक सूरज पाल द्वारा आयोजित किया गया था, जिन्हें नारायण साकार हरि और ‘भोले बाबा’ के नाम से भी जाना जाता है। इस भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए।
राहुल गांधी का दौरा
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार सुबह अलीगढ़ के पिलखना गांव पहुंचे। यहां उन्होंने भगदड़ के पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और उनकी दुखद कहानी सुनी।
#WATCH | Uttar Pradesh: Congress MP Rahul Gandhi reaches the residence of a victim of the Hathras stampede, in Aligarh. pic.twitter.com/zDVJ3ydR9o
— ANI (@ANI) July 5, 2024
घटना की जानकारी
इस भगदड़ में इतनी ज्यादा भीड़ हो गई थी कि लोग एक-दूसरे को धक्का देने लगे। लोग उपदेशक के आशीर्वाद और उनके पैरों के पास से मिट्टी लेने के लिए दौड़ पड़े थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इससे भगदड़ मच गई और लोग गिरने लगे, जिससे अफरा-तफरी फैल गई।
पुलिस की कार्यवाही
उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को मैनपुरी में राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में ‘भोले बाबा’ की तलाश में छापेमारी की। हालांकि, वे आश्रम में नहीं मिले। पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को त्रासदी स्थल का दौरा किया और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए। उन्होंने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है, जो अगले दो महीनों में इस घटना की जांच करेगा और अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा।
प्रारंभिक रिपोर्ट
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, भगदड़ तब शुरू हुई जब श्रद्धालु आशीर्वाद लेने और मिट्टी लेने के लिए दौड़े। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई और कई लोग गिर गए।
राहुल गांधी की यात्रा ने पीड़ित परिवारों को कुछ सांत्वना दी और राज्य सरकार ने जांच शुरू कर दी है। उम्मीद है कि इस त्रासदी के पीछे के कारणों का पता चलेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
ये भी पढ़ें: विश्व कप की जीत पर मुंबई के खिलाड़ियों को मिलेगा विशेष सम्मान, विधानसभा में होगा जश्न